परिकल्पना: पाइप से घरों में आने वाले पीने के पानी में शोधन के स्तर पर तकनीक का इस्तेमाल के स्तर से परिवार में पेट की बीमारियां होने का खतरा बढ़ता है। कारण: तकनीक के इस्तेमाल के आधार पर पानी के विभिन्न स्रोतों का इस प्रकार क्रम बनाया जा सकता है। यह क्रम है तालाब, झील, झरना, नदी, खुला कुआं, बोर कुआं, पाइप जलापूर्ति, एक्वागार्ड और बिसलेरी जैसा बोतलबंद पानी। तकनीक का इस्तेमाल स्वास्थ्य पर बुरा असर डालने वाले अति सूक्ष्म पदार्थों की मात्रा को बेहद कम करना है। यह देखना महत्वूर्ण है कि वास्तव में यह उद्देश्य पूरा हो भी पाता है या नहीं। कार्यप्रणाली:तुलनात्मक अध्ययन के लिए पेय जल के विभिन्न स्रोतों का इस्तेमाल करने वाले 25 लोगों का चुनाव करें। ऐसे लोगों का चुनाव करें जो अपने परिजनों के स्वास्थ्य और बीमारियों का रिकॉर्ड रखने में दिलचस्पी रखतें हों। स्थानीय चिकित्सा शिक्षा संस्थान के सामाजिक और निवारक औषधि विभाग के अध्यापक की सलाह से स्वास्थ्य संबंधी आकंड़ों की डायरी बनाएं। पेट की बीमारियों के संदर्भ में विभिन्न पेय जल स्रोतों का इस्तेमाल करने वाले लोगों की तुलना करें। अगला कदम:आकलन करें कि क्या वाकई बीमारियों की संदिग्धता का संबंध पेट की बीमारियों की घटनाओं से ही है। चुने हुए लोगों से विस्तार से बातचीत कर पता लगाने की कोशिश करें कि उनकी बीमारी का कारण पेय जल के स्रोत के स्थान पर उनका खाना या अन्य कारण तो नहीं है। इस गतिविधि से लोगों के स्वास्थ्य के बारे में और विस्तार से जानकारी मिल सकती है।
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