जल संतुलन का खाका तैयार करने की देश में कोई प्रणाली नहीं

नर्मदा नदी देश के चार प्रमुख राज्यों मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र से होकर गुजरती है। सरदार सरोवर परियोजना को लेकर यह विषय कई बार अदालत के समक्ष गया। रावी, व्यास नदियां पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से गुजरती हैं। इन दोनों नदियों के जल के बंटवारे की बात भी विगत में सामने आई है। पेरियार नदी के जल का विषय तमिलनाडु और केरल के बीच प्रमुख मुद्दा है।

भारत में पेयजल की गंभीर स्थिति के बीच देश में जल संतुलन की कोई प्रणाली नहीं तैयार की गई है और न ही जल संसाधन मंत्रालय ने राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को कोई जल संतुलन का खाका तैयार करने के लिए कोई दिशा-निर्देश जारी किया है। सूचना के अधिकारी कानून (आरटीआई) के तहत यह जानकारी मिली है।

सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण मोदी ने जल संसाधन मंत्रालय से पूछा था कि क्या देश में जल संतुलन का खाका तैयार के लिए कोई प्रणाली बनाई गई है। पर्यावरणविद अनुपम मिश्र ने कहा कि देश गंभीर जल संकट से गुजर रहा है। ऐसे में देश के विभिन्न प्रदेशों के बीच नदी जल बंटवारे को लेकर विवाद इस संकट को और बढ़ा रहे हैं। जल संकट के समाधान की दिशा में विभिन्न राज्यों के बीच नदी जल बंटवारे के संकट को सुलझाना सबसे जरूरी है।

इंटर वाटर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के इंडिया प्रोग्राम के संयोजक भरत शर्मा ने कहा कि भारत को दक्षिण पूर्वी आस्ट्रेलिया के मुरे-डार्लिंग बेसिन के प्रबंधन की व्यवस्था से सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा, यह नदी जल बंटवारे और प्रबंधन के संबंध में सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। इस बेसिन में आस्ट्रेलिया की तीन नदियां आती हैं और छह प्रदेशों से होकर गुजरती हैं। इसके बावजूद जल बंटवारे और इसके प्रबंधन की शानदार व्यवस्था की गई है।

नर्मदा नदी देश के चार प्रमुख राज्यों मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र से होकर गुजरती है। सरदार सरोवर परियोजना को लेकर यह विषय कई बार अदालत के समक्ष गया। रावी, व्यास नदियां पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से गुजरती हैं। इन दोनों नदियों के जल के बंटवारे की बात भी विगत में सामने आई है। पेरियार नदी के जल का विषय तमिलनाडु और केरल के बीच प्रमुख मुद्दा है। कावेरी नदी जल बंटवारे का विषय तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच अहम मुद्दा है और नदी जल का विषय कई बार अदालत में जा चुका है।

कृष्णा नदी जल का विषय आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच प्रमुख विषय है। वहीं गोदावरी नदी जल का विषय महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, मध्य प्रदेश के बीच अहम मुद्दा है। मिश्रा ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों के बीच नदी जल के बंटवारे के लिए विवाद चल रहा है और लोगों को जल संकट की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

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