जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जल मंथन का आयोजन हो रहा है।
दिनांक : 20-22 नवंबर, 2014
स्थान : विज्ञान भवन, नई दिल्ली में
“जल मंथन” जल संसाधनों के अधिकतम उपयोग के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए राज्यों के सिंचाई/जल संसाधन मंत्रियों, जल संसाधन, सचिवों, स्वैच्छिक संगठनों और अन्य पणधारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करने के लिए जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की एक पहल है। इसमें मंत्रालय की नीतियों को और अधिक लोक-हितैषी तथा राज्यों की आवश्यकताओं के प्रति क्रियाशील बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
समारोह का उद्घाटन सुश्री उमा भारती, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री करेंगी और श्री सांवर लाल जाट, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढाएंगे।
पहला दिन - 20.11.2014
मंत्रालय के अधीन विभिन्न स्कीमों का मूल्यांकनः
त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम
जल निकायों की मरम्मत नवीकरण एवं पुनरुद्धार
बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम
दूसरा दिन-21.11.2014
नदियों को परस्पर जोड़ने के कार्यक्रम पर विचार-विमर्श
तीसरा दिन- 22.11.2014
सिविल सोसाइटी, जल प्रयोक्ता समुदाय और अन्य पणधारियों के साथ निम्नलिखित के विषय में विचार-विमर्श
जल सुरक्षा
जल परियोजनाओं का मानवीय पहलू
खेत (फार्म) जल प्रबंधन
जल निकायों का पुनरुद्धार
हम सभी पणधारियों, केंद्र और राज्य सरकार के अभिकरणों, गैर-सरकारी संगठनों और जल प्रयोक्ता समुदायों से अनुरोध करते हैं कि वे www.mowr.gov.in पर “जल मंथन” लिंक पर अपनी तकनीकी रिपोर्टें/सुझाव/विचार प्रस्तुत करें।
दिनांक : 20-22 नवंबर, 2014
स्थान : विज्ञान भवन, नई दिल्ली में
“जल मंथन” जल संसाधनों के अधिकतम उपयोग के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए राज्यों के सिंचाई/जल संसाधन मंत्रियों, जल संसाधन, सचिवों, स्वैच्छिक संगठनों और अन्य पणधारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करने के लिए जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की एक पहल है। इसमें मंत्रालय की नीतियों को और अधिक लोक-हितैषी तथा राज्यों की आवश्यकताओं के प्रति क्रियाशील बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
समारोह का उद्घाटन सुश्री उमा भारती, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री करेंगी और श्री सांवर लाल जाट, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढाएंगे।
कार्यक्रम
पहला दिन - 20.11.2014
मंत्रालय के अधीन विभिन्न स्कीमों का मूल्यांकनः
त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम
जल निकायों की मरम्मत नवीकरण एवं पुनरुद्धार
बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम
दूसरा दिन-21.11.2014
नदियों को परस्पर जोड़ने के कार्यक्रम पर विचार-विमर्श
तीसरा दिन- 22.11.2014
सिविल सोसाइटी, जल प्रयोक्ता समुदाय और अन्य पणधारियों के साथ निम्नलिखित के विषय में विचार-विमर्श
जल सुरक्षा
जल परियोजनाओं का मानवीय पहलू
खेत (फार्म) जल प्रबंधन
जल निकायों का पुनरुद्धार
हम सभी पणधारियों, केंद्र और राज्य सरकार के अभिकरणों, गैर-सरकारी संगठनों और जल प्रयोक्ता समुदायों से अनुरोध करते हैं कि वे www.mowr.gov.in पर “जल मंथन” लिंक पर अपनी तकनीकी रिपोर्टें/सुझाव/विचार प्रस्तुत करें।
Path Alias
/articles/jala-manthana-kaa-ayaojana
Post By: Shivendra