घाघ और भड्डरी 18 Mar, 2010 . 1 min read Facebook Twitter SHARE जेठ मास जो तपै निरासा। तो जानौ बरखा की आसा।।भावार्थ- यदि ज्येष्ठ मास में गर्मी खूब पड़े तो वर्षा निश्चित होगी। Path Alias /articles/jaetha-maasa-jao-tapaai-nairaasaa Post By: tridmin Topic Sub Categories पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा Regions भारत Email Address View the discussion thread.