मिल में इस्तेमाल हुए पानी का दोबारा इस्तेमाल
प्रमुख कागज़ निर्माता कंपनी ने मिल में उत्पादन प्रक्रिया के दौरान इस्तेमाल हुए पानी को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए कई उपाय किए। इससे न केवल मिल में पानी की खपत कम हुई वरन वहां से पानी के उत्सर्जन में भी कमी आई। संयंत्र में इस तरह के तकनीकी बदलाव किए गए कि इस्तेमाल हुआ पानी दोबारा पाइप के माध्यम से उत्पादन प्रक्रिया में लाया जा सके। काईज़ेन कार्यस्थल की रणनीतियों ने कंपनी के लिए प्रेरणा का काम किया जिससे कारोबार की प्रक्रिया में निरंतर सुधार किया जा सके। इसके साथ ही वैज्ञानिक कार्यविधि के माध्यम से उत्सर्जित पदार्थों के बेहतर इस्तेमाल और कच्चे माल के मानकीकरण को एकीकृत गतिविधि के रूप में अपनाया गया। इसके अलावा शोधित पानी का इस्तेमाल आस-पास के इलाकों की कृषि भूमि की सिंचाई में किया गया। इसके अलावा पेड़ लगाने और बारिश के पानी के संरक्षण के अभियान भी चलाए गए। लकड़ी की धूल, फ्लाईऐश और चारकोल जैसे उत्सर्जित पदार्थों का इस्तेमाल ईंट, बोर्ड और ईंधन बनाने में किया गया।
प्रमुख कागज़ निर्माता कंपनी ने मिल में उत्पादन प्रक्रिया के दौरान इस्तेमाल हुए पानी को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए कई उपाय किए। इससे न केवल मिल में पानी की खपत कम हुई वरन वहां से पानी के उत्सर्जन में भी कमी आई। संयंत्र में इस तरह के तकनीकी बदलाव किए गए कि इस्तेमाल हुआ पानी दोबारा पाइप के माध्यम से उत्पादन प्रक्रिया में लाया जा सके। काईज़ेन कार्यस्थल की रणनीतियों ने कंपनी के लिए प्रेरणा का काम किया जिससे कारोबार की प्रक्रिया में निरंतर सुधार किया जा सके। इसके साथ ही वैज्ञानिक कार्यविधि के माध्यम से उत्सर्जित पदार्थों के बेहतर इस्तेमाल और कच्चे माल के मानकीकरण को एकीकृत गतिविधि के रूप में अपनाया गया। इसके अलावा शोधित पानी का इस्तेमाल आस-पास के इलाकों की कृषि भूमि की सिंचाई में किया गया। इसके अलावा पेड़ लगाने और बारिश के पानी के संरक्षण के अभियान भी चलाए गए। लकड़ी की धूल, फ्लाईऐश और चारकोल जैसे उत्सर्जित पदार्थों का इस्तेमाल ईंट, बोर्ड और ईंधन बनाने में किया गया।
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