पृथ्वी के चारों ओर रहनेवाली हवा हमेशा चलती रहती है। गर्म हवा ऊपर उठती है और ठंडी हवा नीचे आती है। जैसे ही गर्म हवा ऊपर उठती है, उसकी खाली की हुई जगह को भरने के लिए ठंडी हवा नीचे आती है। सूर्य की गरमी से धरती और समुद्र के अलग अलग हिस्से अलग अलग समय पर गरम होते हैं। और इस तरह धरती पर हवा का बहना जारी रहता है।
हवा के बड़े हिस्से को 'एअर मास' या वायु संहिति कहते हैं। यह अपने पास स्थित धरती या समुद्र के जिस हिस्से के ऊपर से गुज़रता है उसी स्थान के तापमान के अनुसार गर्म, सूखा, ठंडा या नम हो जाता है।
बहुत तेज़ हवाओं को तूफ़ान कहते हैं। जब ये गोलाकार घूमते हुए आगे बढती हैं तो घरों की छतें उड़ जाती हैं और समुद्र में बड़ी–बड़ी लहरें उठने लगती हैं।
कभी कभी बहुत गर्मी पड़ती है और उमस महसूस हेती है। ऐसे में पतंग भी ठीक से नहीं उड़ती। पतंग हल्की हवा में अच्छी उड़ती है।
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