जयपुर : राज्य सरकार परंपरागत जल स्रोतों को उपयोगी बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक तालाब को मॉडल बनाएगी। इस क्षेत्र में काम करने वाली पंचायत समिति और ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव राजीव सिंह ठाकुर ने इस संबंध में सभी कलक्टरों को पत्र लिखा है। जिसमें उल्लेख किया है कि राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायत में परंपरागत जल स्रोत के रूप में जलाशय, तालाब, तलाई एवं नाड़ी आदि उपलब्ध है, जिन पर गांव के लोग तथा उनके मवेशी निर्भर हैं।
इनको और उपयोगी बनाने, स्थानीय सौंदर्यीकरण एवं दीर्घायु बनाने के लिए ठोस कार्यवाही की आवश्यकता है। इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक मॉडल तालाब विकसित किया जाए।
मनरेगा योजना के तहत इस काम को करवाया जा सकेगा। जरूरी होने पर वर्ष 2015-16 तक इस योजना के तहत काम किया जा सकेगा। इस क्षेत्र में काम करने वाली जिले की एक पंचायत समिति एवं प्रत्येक पंचायत समिति की एक ग्राम पंचायत को जिला स्तर से पुरस्कृत किया जाएगा।
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव राजीव सिंह ठाकुर ने इस संबंध में सभी कलक्टरों को पत्र लिखा है। जिसमें उल्लेख किया है कि राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायत में परंपरागत जल स्रोत के रूप में जलाशय, तालाब, तलाई एवं नाड़ी आदि उपलब्ध है, जिन पर गांव के लोग तथा उनके मवेशी निर्भर हैं।
इनको और उपयोगी बनाने, स्थानीय सौंदर्यीकरण एवं दीर्घायु बनाने के लिए ठोस कार्यवाही की आवश्यकता है। इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक मॉडल तालाब विकसित किया जाए।
मनरेगा योजना के तहत इस काम को करवाया जा सकेगा। जरूरी होने पर वर्ष 2015-16 तक इस योजना के तहत काम किया जा सकेगा। इस क्षेत्र में काम करने वाली जिले की एक पंचायत समिति एवं प्रत्येक पंचायत समिति की एक ग्राम पंचायत को जिला स्तर से पुरस्कृत किया जाएगा।
Path Alias
/articles/hara-garaama-pancaayata-maen-haogaa-maodala-taalaaba
Post By: admin