होली सूक सनीचरी


होली सूक सनीचरी, मंगलवारी होय।
चाक चहोड़े मेदिनी, बिरला जीवै कोय।।


भावार्थ- यदि होली शुक्र, शनि और मंगल को पड़े तो पृथ्वी पर भयानक समय आने वाला है और शायद ही कोई बचे।

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Post By: tridmin
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