हैण्ड पम्प या बोरहोल में क्लोनीकरण करने की प्रक्रिया

हैण्ड पम्प या बोरहोल खोलना और सफाई


हैण्ड पम्प सफाई करने से पूर्व सभी चिकनी मिट्टी मलवा आदि हटा देना चाहिए। यह निम्नलिखित चरणों में की जानी चाहिएः

• यदि पहले चरण से मलवा और चिकनी मिट्टी सफाई नहीं की गई तो बोर होल से पम्प या मोटर को बाहर निकालें और उसकी सफाई और मरम्मत करें।

• दाबित वायु या जल का प्रयोग करके बोर होल से जमा अवसाद को बाहर निकालें। दाबित वायु के पाइप को बोर होल में रखें और अवसाद को उड़ाकर बाहर करें।

• बोर होल से जमा मिट्टी को निकालें। छन्ने को दाबित वायु की नली पर रख कर वाल को खोलें। जबतक पानी बोर होल के ऊपर से आना प्रारम्भ कर दें। वाल्व एक को बन्द कर दें और दूसरे वाल्व को खोलें रखें जब तक अधिक वायु बाहर आना सुनाई देता है। दोहरायें जब तक पानी बोर होल से बाहर आता है।

• बलुई मिट्टी की स्वच्छता शील का उपयोग करके बोर होल के ऊपरी भाग को पुनः बन्द करें।

• बोरहोल के चारो ओर दीवाल बनाकर जल निकास कर निर्माण करें जिससे सतही जल कीड़े-मकोड़े या जीव-जन्तुओं आदि को बोर होल प्रवेश करने से रोका जा सके।

• पम्प को बोरहोल में पुनः बैठायें और उसकी जांच करें कि यह कार्य कर रहा है। पानी आ रहा है और यह मिट्टी से साफ है। यदि पानी गंदा है तो पम्प को हटायें और बोर होल की फ्लश मार कर सफाई करे। यदि दो फ्लैश मारने के बाद बोर से गंदा पानी आ रहा है तो सम्भवतया भूजल छन्ना टूट गया। अतः सफाई करने का आगे और प्रयास नहीं करना चाहिए।

हैण्ड पम्प जांच


एक बार पम्प बोर होल में बैठा दिया जाता है तो इसे सामान्य रूप से चलायें। यदि चलाने में कठिनाई होती है थोड़ी मात्रा में पानी आता है तो यह अवशोषित हो सकता है या पम्प टूटा हो सकता है। पम्प की कार्य प्रणाली तन्त्र की पुनः जांच करें और बोर होल में पुनः फ्लैश करें।

बोर होल से आ रहे जल प्रवाह आंकलन


पम्प से निकले निकास नली के नीचे बाल्टी रखें। बाल्टी भरने में कितना समय लगा इसका मापन करें।

1 घंटे में पम्प से कितना पानी निकाला गया

(A X C/B) = Q

A = जहाँ बाल्टी का आयतन लीटर में

B = बाल्टी भरने में लगा समय सेकेण्ड में

C = 3600 सेकेण्ड

Q = प्रवाह (लीटर प्रति घण्टा)

बोरहोल में जीवाणु रहित करने वाले पदार्थों का प्रयोग


हैण्ड पम्प या बोरहोल पुनः स्थापित करने की प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए। बोरहोल जल का पी.एच. जांच करके क्लोरीन की प्रभावी मात्रा को निकाल लेते हैं। गंदे, रंगयुक्त जल में क्लोरीनेशन कभी नहीं करते हैं क्योंकि इसमें उपस्थित छोटे-छोटे निलम्बित ठोस जीवाणुओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं और वे आसानी से नहीं मारे जा सकते हैं। नीचे तालिका में पी.एच. और गंदलेपन के महत्व और निश्चित मानक के साथ क्लोरीन के प्रयोग को सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश किया गया है। हैण्ड पम्प या बोर होल सफाई और पुनःस्थापन के बाद यदि जल में गन्दलापन 5 एम.टी.यू. से अधिक है तो जल को पम्प से बाहर निकालें और पुनः गन्दलेपन की जांच करें।

जीवाणुरहित करने के कई तरीके हैं परन्तु क्लोरीनेशन प्रायः प्रयोग किया जाता है। इसमें अवशेषी क्लोरीन रहती है जो जल को जीवाणुरहित करती है।

सफाई के दौरान किसी को भी होल का जल प्रयोग न करने दें। इस दौरान जल में बहुत ही सान्द्र क्लोरीन की मात्रा रहती है जिससे जल का स्वाद खराब और गंध आती है यह खतरनाक भी हो सकती हैं

भौतिक रसायनिक कारक


कारक

डब्ल्यू. एच. ओ. पेयजल गुणवत्ता मार्ग निर्देशिका

क्यों

क्रिया

पी. एच.

6-8

6.8 से 7.2 पी. एच. आवश्यक क्लोरीन के स्तर को कम कर देता है

यदि पी. एच. 6 से कम है तो हाइड्रेटलाइम (कैल्शियम हाइड्राक्साइड को बढ़ाता है)



कैल्शियम हाइपोक्लोराइट क्लोरीन यौगिक प्रायः जल के क्लोरीनेशन के लिए प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग कठोर या पाउडर के रूप में होता है। सोडियम हाइपोक्लोराइट का प्रयोग यौगिक उपयोगी क्लोरीन की मात्रा अलग-अलग होती है। यह समय कितने समय पदार्थ रखा गया, वातावरण के साथ सम्पर्क आदि पर निर्भर करता है।

ब्लीचिंग पाउडर से क्लोरीन गैस निकलती है जो बहुत खतरनाक होती है। कुयें की दीवाल को ब्रश की सहायता से साफ करने का प्रयास करें।

आवश्यक क्लोरीन की मात्रा बोर होल के जल के आयतन पर निर्भर करती है। 0.2% क्लोरीन बिलयन की एक लीटर मात्रा 100 लीटर बोर होल जल में मिलायें और जल को 30 मिनट तक कोई ब्यवधान न करें।

सफाई प्रक्रिया के दौरान किसी को भी बोर होल का जल प्रयोग न करने दें। इस दौरान जल में बहुत ही सान्द्र क्लोरीन की मात्रा रहती है जिससे जल का स्वाद खराब और गंध आती है। यह खतरनाक भी हो सकती है।

बोरहोल से जल की सफाई


बोरहोल से जल निकालने के लिए दाबित वायु का प्रयोग करें। जल निकालने के बाद बोर होल में जल पुनः भरने दें। जल भर आने के बाद तीस मिनट तक इन्तजार करें और क्लोरीन सान्द्रता की जल में जांच करें। यदि अवशेषी क्लोरीन की सान्द्रता जल में 0.5 मि.ग्रा. /ली. से कम है तो बोरहोल का जल प्रयोग के लिए सुरक्षित है। यदि सान्द्रता 0.5 मि.ग्रा./ली. से अधिक मिलती है तो बोर होल जल पुनः बाहर निकालें। यह प्रक्रिया बार-बार दोहरायें जब तक अवशेषी क्लोरीन की सान्द्रता जल में 0.5 मि.ग्रा./ली. के स्तर से कम नहीं हो जाती है।

कैल्शियम हाइपोक्लोराइट के प्रयोग करके बोरहोल को जीवाणुरहित बनाना


उपकरण
• बाल्टी आकार 20 लीटर

• कैल्शियम हाइपोक्लोराइट कण या पाउडर

विधि
• बोरहोल को साफ पानी से बाल्टी को पूरा भर दें।

• 50 ग्राम कैल्शियम हाइपोक्लोराइट के पाउडर मिलाते हैं और इसको कासे की रॉड की मदद से जब तक हिलाते है तब तक यह धुल नहीं जाता है।

• नीचे में दिए गए सूत्र का प्रयोग कर बोर होल के जल को आयतन की गणना कर V = π D2 / 4 x h

जहाँ V बोर होल में जल का का आयतन (घनमीटर)
D = बोर होल का अर्द्धब्यास (मी.)

H = जल की गहराई (मी.)

π = 3.142

• बाल्टी को साफ पानी से भरें और उसमें 50 ग्राम कैल्शियम हाइपोक्लोराइट मिलाएं, इसको काँच की रॉड की मदद से तब तक हिलायें जब तक ये घुल नहीं जाता।

• एक घन मीटर बोर होल जल के आयतन में 10 लीटर (आधा बाल्टी) क्लोरीन बिलयन को मिलायें।



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Post By: tridmin
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