नई दिल्ली। उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल ग्रीन टॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत रेलगाड़ियों के शौचालय में कीटाणुओं से भरे बॉक्स लगाने जा रहा है। इन डिब्बों में यात्रियों के शौच जमा होंगे, जिससे रेल की पटरी गंदा नहीं होगी। इन बॉक्सों में भरे कीटाणु शौच को नष्ट करेंगे और पानी शोधित होकर नीचे गिर जाएगा। इसकी शुरुआत हजरत निजामुद्दीन से चलने वाली इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस से हो चुकी है। दिल्ली मंडल शीघ्र ही इसे सभी गाड़ियों में लगाएगा। इस तकनीक को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट एसटेबलिसमेंट (डीआरडीई) के सहयोग से विकसित किया है।
दिल्ली मंडल के रेल प्रबंधक अश्विनी लोहानी के अनुसार, इसके तहत एक बॉक्स को गाड़ी के शौचालय में लगाया गया है। इन बॉक्सों में डेढ़ लाख कीटाणु मौजुद हैं, जो मल को नष्ट कर देंगे। इससे रेल की पटरियों पर शौच नहीं गिरेगा।
दिल्ली मंडल के रेल प्रबंधक अश्विनी लोहानी के अनुसार, इसके तहत एक बॉक्स को गाड़ी के शौचालय में लगाया गया है। इन बॉक्सों में डेढ़ लाख कीटाणु मौजुद हैं, जो मल को नष्ट कर देंगे। इससे रेल की पटरियों पर शौच नहीं गिरेगा।
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