प्रशासन ने भी की तालाब की उपेक्षा
राठ/17 मार्च 2014 ऐतिहासिक सागर तालाब को स्वच्छ करने के चल रहे अभियान को देखते हुए पठानपुरा में रहने वाले लोगों ने प्रशासन से एतिहासिक देवलिया देव तालाब को भी स्वच्छ व सुन्दरीकरण करने की अपेक्षा की है। क्योंकि इस तालाब की साफ सफाई न होने से उसका पानी दूषित हो चुका है और मुहाल वाले तालाब का पानी इस्तेमाल नहीं करते हैं।
कस्बे के प्राचीन तालाबों में से देवलिया देव तालाब नगरपालिका की उदासीनता के चलते अपनी पहचान खोता जा रहा है। पूरे साल पानी से लबालब भरे होने के बावजूद मुहाल वाले इसके पानी का इस्तेमाल नही करते हैं। क्योंकि तालाब में गंदगी और काई भारी मात्रा में लगी हुयी है। बता दें कि देवलिया देव तालाब में आज भी घाट बने हुये है। लेकिन नगरपालिका द्वारा इसकी सफाई सालों से नहीं करायी है जिस कारण इसका पानी हरा होकर दूषित हो चुका है। जिस कारण मुहाल वाले तालाब के पानी का उपयोग नहीं करते हैं । तालाब के पास ही मंदिर भी है जहां पर मुहाल वाले आज भी पूजा अर्चना करते हैं। लेकिन घर से स्नान के बाद मुहाल के शिवपाल, लखन कुशवाहा, मिथलेश सक्सेना, बच्चीलाल, छक्की लाल कोरी, मुन्नालाल कोरी, रमाशंकर सक्सेना, मुन्ना, सेवाराम, राजेन्द्र शरण तिवारी पोस्टमैन, रामकुमार कुशवाहा आदि ने एतिहासिक तालाब की देख रेख करने की मांग नगरपालिका से की है।
उन्होंने कहा कि जिस तर दूषित सागर तालाब के पानी को साफ रखने के लिए नगर पालिका जुट गयी है। उसी प्रकार इस देवलिया तालाब की भी सफाई करा दी जाए तो मुहाल के सैकड़ों रहने वाले लोग इसके जल का इस्तेमाल कर सकेंगें। कहा कि इस तालाब के समीप ही महादेव जी का मंदिर है ताकि मंदिर के दर्शन तालाब में स्नान के बाद हो सकें। शायद इस तालाब को यदि प्रशासन साफ सफाई कर दें तो आने वाले दिनों में यहां के रहने वालों को पानी की समस्या से निजात मिल सकता है।
संकलन/टाइपिंग-नीलम श्रीवास्तव,महोबा
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Post By: pankajbagwan