गढ़वाल हिमालय में विभिन्न भूमि उपयोग वाले दो जलागमों में जल उत्पादन अध्ययन

प्रस्तुत शोध पत्र में विभिन्न भूमि उपयोग वाले दो सूक्ष्म जलागमों का अध्ययन किया गया है। प्रथम जलागम भाग बंजर, 38 प्रतिशत तथा 50 प्रतिशत वनाच्छादित, 12 प्रतिशत कृषि हेतु उपयुक्त होता है। इस जलागम से मात्र 1.7 टन प्रति हे. प्रति वर्ष मृदा अपरदन होता है। दूसरे सूक्ष्म जलागम (क्षेत्रफल 306.0 हे.), जिसके कुल क्षेत्रफल का 53 प्रतिशत भाग बंजर, 37 प्रतिशत भाग कृषि क्षेत्र एवं मात्र 10 प्रतिशत भाग ही वनों से आच्छादित है व इस जलागम से प्रति वर्ष 10.8 टन प्रति हे. मृदा का अपरदन होता है। प्रथम एवं द्वितीय जलागमों में कृषि हेतु प्रयुक्त क्षेत्रफल यद्यपि समान (38 प्रतिशत) था तथापि जल प्रवाह की दृष्टि से दोनों जलागमों में काफी भिन्नता पाई गई। कुल वार्षिक वर्षा का प्रथम जलागम से मात्र 3 प्रतिशत भाग ही बहने पाता है जबकि दूसरे जलागम से 36.5 प्रतिशत भाग बह जाता है। इस अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि वनस्पति छत्रक बाहुल्य क्षेत्र में जल प्रवाह व मृदा अपरदन भी मात्र वनस्पति विहीन क्षेत्र से काफी कम होती है। अतः हिमालय में बंजर भूमि में त्वरित वृक्ष छत्रक विकास को मृदा व जल संसाधन को बचाने हेतु प्राथमिकता देनी होगी।

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