एक बूँद जो चैत में परै


एक बूँद जो चैत में परै।
सहस बूँद सावन में हरै।।


भावार्थ – चैत मास में यदि एक बूँद भी जल बरस गया तो वह सावन की हजार बूँदों का हरण कर लेता है।

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Post By: tridmin
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