दिन को बादर रात को तारे


दिन को बादर रात को तारे।
चलो कंत जहाँ जीवें बारे।।


शब्दार्थ- बारे-बच्चे।

भावार्थ- यदि दिन में बादल हों और रात में तारे तो समझ लेना चाहिए कि अकाल पड़ने वाला है। किसान कि पत्नी कहती है कि हे स्वामी! यहाँ से कहीं और चलो जहाँ बच्चे जी सकें।

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Post By: tridmin
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