दून घाटी में रहस्यमय परिस्थितियों में संरक्षित प्रजाति के बाज (हॉक ईगल) हवा में उड़ते-उड़ते जमीन पर गिर रहे हैं। इसमें तीन बाज बंजारावाला में गिरे। एक को वक्त रहते वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर मालसी स्थित दून जू पहुँचाया। वहां उसका उपचार किया जा रहा है।
गत सप्ताह कर्जन रोड पर दोपहर को एक बाज सड़क पर गिर गया। बाद में उसकी मौत हो गई। उसके कुछ दिन बाद ही बंजारावाला में ही तीन बाज टिहरी विस्थापित कॉलोनी में गिरे।
एक बाज मंगलवार शाम को गिरा। इसे स्थानीय 12 साल के राहुल चौहान ने उठाया और घर ले जाकर पानी पिलाया। रात भर बाज राहुल की देखरेख में रहा। बुधवार को कॉलोनी के सचीव शिवानन्द पांडे ने वन विभाग के अधिकारीयों से सम्पर्क किया। सुचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाज अपने साथ ले गई और मलसी जू में उपचार के लिए छोड़ दिया। जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के पक्षी विशेषज्ञ डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि अभी स्पष्ट रूप से बाजों के गिरने पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। हो सकता है कि तापमान बढने और पानी की कमी के चलते बाज डिहाइड्रेशन के शिकार हो रहे हों।
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