देहरादून : अतिक्रमण हटाने के नाम पर हेराफेरी

देहरादून में पिछले 42 दिनों से सड़कों और फुटपाथ से फड़, ठेली वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के साथ ही सामान जब्त किया जा रहा है। दूसरी तरफ देहरादून के बड़े अतिक्रमणों को हटाने की बजाए शासन-प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। आखिर अतिक्रमण के नाम पर भेदभाव क्‍यों किया जा रहा है ?

पिछले साल जून में हाईकोर्ट के आदेश पर शहर भर में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। सड़कों पर लाल निशान लगाकर सैकड़ों की संख्या में अतिक्रमण तोड़े गए। इसमें ज्यादतर छोटे दुकानदार शामिल थे। जब बारी बड़े अतिक्रमणों की आयी तो प्रशासन ने चुप्पी साध ली। यह बड़े अतिक्रमण राजपुर रोड, ईसी रोड, कर्जन रोड में हैं। राजपुर रोड में ही 80 के करीब अतिक्रमण सिंचाई विभाग ने चिह्नित किए थे, जो जस के तस है।

यहां कई प्रतिष्ठानों और कोठियों में लाल निशान आज भी लगे नजर आ रहे हैं। वहीं पिछले 42 दिनों से प्रशासन और नगरनिगम फुटपाथ से फड़, ठेली वालों को हटाकर वाहवाही लूट रहा है।

टास्क फ़ोर्स का ऑफिस बना शोपीस 

हाईकोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण को तोड़ने के लिए सर्वे चौक के पास आईआरडीटी सभागार में टास्क फोर्स के अफसरों का आफिस बनाया गया था। यहां पर रोजाना शाम को शासन-प्रशासन के अफसरों के बीच बैठक होती थी। इसमें अतिक्रमण हटाओ अभियान की समीक्षा के साथ ही अगले दिन की कार्रवाई तय होती थी, लेकिन नगर निगम चुनाव के बाद से टास्क फोर्स का आफिस भी शोपीस बना हुआ है।

राजपुर रोड के अतिक्रमणों को बचाने की तयारी

राजपुर रोड में सिंचाई विभाग की जमीन में होटल, शोरूम से लेकर बड़े प्रतिष्ठानों का कब्जा है। कहीं पर होटल की पार्किंग तो किसी जगह होटल की दीवार नहर की जमीन पर है। इसी तरह से राजपुर रोड पर वाहन शो रूम की पार्किंग भी अतिक्रमण के दायरे में हैं। यही नहीं राजपुर रोड में मंथन सभागार से सटी तमाम दुकानों पर भी लाल निशान लगे हैं। सरकार की मंशा भी इनको फ्री होल्ड करने की है। ताकि राजपुर रोड के बड़े अतिक्रमण बच सके। शासन ने राजपुर रोड के मामले में आदेश किया हुआ है कि इनके मामलों में कार्यवाही गतिमान है। तब तक कोई कार्रवाई न की जाए।

ईसी रोड के बड़े अतिक्रमण भी नहीं टूटे

बहल चौक से ईसी रोड की तरफ जाने पर बीच-बीच में बड़े अतिक्रमण हैं। जिसमें लाल निशान लगाए हुए हैं। इन अतिक्रमणों को भी नहीं तोड़ा गया है। ईसी रोड में छोटे अतिक्रमण ही प्रशासन की टीम ने पिछले साल तोड़े थे।

कर्जन रोड में कोठियों पर भी कार्रवाई नहीं

डालनवाला में पॉश क्षेत्र माने जाने वाले कर्जन रोड में बड़े बड़े भवन हैं। पिछले साल लोनिवि ने कोठी, स्कूलों से लेकर प्राइवेट अस्पताल की बाउंड्री में लाल निशान लाकर अतिक्रमण की चौड़ाई तय की थी, लेकिन इन अतिक्रमणों को तोड़ा नहीं गया।

राजपुर रोड मंथन सभागार से सटे दुकानदार, मधुबन होटल, दीपशिखा होटल से लेकर मयूर आटो ने फ्री होल्ड करने के लिए आवेदन तक किया हुआ है। - डीके सिंह, ईई, सिंचाई विभाग

जहां हाईकोर्ट के आदेश पर पक्के अतिक्रमण तोड़े गए वहां अब ड्रेनेज सिस्टम और बिजली के पोल शिफ्ट कर सड़कों बनाने का काम होगा। कई जगह ऐसी भी हैं जहां अभियान शुरू नहीं हो सका था। - एसए मुरुगेशन, डीएम देहरादून

अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बीते दिनों बड़े अतिक्रमण भी हटाने को लेकर नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया था। जिसमें सूची बनाने की बात कही गई थी। अतिक्रमण के नाम पर किसी को बेवजह तंग न किया जाए। -लालचंद शर्मा, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस.

फड़-ठेली वालों को तो हटाया जा रहा है, लेकिन शहर में होटल, स्कूल से लेकर कांप्लेक्सों ने सरकारी नाले से लेकर खाले तक घेरे हुए हैं, लेकिन इन पर सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है। अतिक्रमण हटना चाहिए, लेकिन शहर में जगह-जगह ठेली जोन बनने चाहिए। - राजकुमार, पूर्व विधायक राजपुर रोड.

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