बेहता नदी में केमिकल युक्त पानी मछलियों के लिए काल बन गया है। शनिवार को हजारों मृत मछलियां पानी में उत्तराती दिखीं। यही नहीं, कुछ तो पानी में बहकर नदी के किनारे पर भी आ गई हैं। केमिकल युक्त पानी ने नदी के जल को काला कर दिया है और उससे बदबू भी आ रही है। इससे ग्रामीण आक्रोशित हैं और उनका कहना है कि दूषित पानी संडीला की किसी फैक्ट्री से छोड़ा गया है। यह मनमानी आगे और मुश्किलें खड़ी कर सकती है, क्योंकि मलिहाबाद से करीब 20 किमी आगे ककराबाद जेहटा में बेहता नदी, गोमती में मिलती है। ऐसे में केमिकल युक्त पानी गोमती के लिए खतरा बहाकर ला सकता है।
पानी में उतरातीं मृत मछलियों का वीडियो वायरल होने के बावजूद कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार को झाऊबेरिया, रुसेना, जालामऊ, तरौना में बेहता नदी में मृत मछलियां पानी में उतराती दिखी हैं। लोगों का अनुमान है कि बेहता नदी में संडीला हरदोई की किसी फैक्ट्री द्वारा दूषित जल छोड़ा गया है, जिसके चलते ऐसा हुआ है। एक तरफ जहां केमिकल युक्त पानी से नदी में मछलियां मर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ अन्य जीव जंतुओं पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। बेहता नदी केमिकल युक्त पानी से प्रदूषित हुई बेहता नदी
गंभीर मामला है। उच्च अधिकारियों से बात कर कार्रवाईसुनिश्चित की जाएगी। मीनाक्षी पांडेय, एसडीएम, मलिह्मवाद
हरदोई जिले से निकलकर लखनऊ आया है। ग्रामीणों के अनुसार, औद्योगिक क्षेत्र संडीला के आसपास कई दर्जन फैक्ट्रियां हैं। इन मिलों द्वारा मनमाने तरीके से केमिकल युक्त पानी नदी में अक्सर छोड़ दिया जाता है। इससे नदी में मछलियों समेत के किनारे पर मरी पड़ीं मछलियां वीडियो ग्रैब अन्य जीव जंतुओं को नुकसान पहुंचता है। उनका कहना है कि जहरीले पानी से न सिर्फ मछलियां मर रही हैं बल्कि बेहता नदी के आसपास के गांवों के पालतू मवेशी भी जाते हैं। ऐसे में यदि वह इस तरह के केमिकल युक्त पानी का सेवन करेंगे तो उनकी भी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। ग्रामीणों ने फैक्ट्रियों की मनमानी पर कड़ी नाराजगी जताई और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
स्रोत - दैनिक जागरण ,मलिहाबाद
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