जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने 8 सितम्बर को जल संसाधन विभाग के अनीसाबाद परिसर में जल ज्ञान केंद्र का शिलान्यास तथा डाटा सेंटर का उद्घाटन किया । इस डाटा सेंटर का 26 अगस्त 2020 को वर्चुअल उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया था।
जल संसाधन विभाग द्वारा जल ज्ञान केंद्र के तीन मंजिले भवन का लगभग 2683 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्माण राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के तहत किया जाना है। बिहार में उन्नत जल प्रबंधन से संबंधित ज्ञान एवं सूचनाओं का दायरा बढ़ाने के लिए काम कर रही संस्थाओं को इस केंद्र के निर्माण से काफी मदद मिलेगी।
इस मौके पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा,
'बाढ़ प्रबंधन के लिए इस अत्याधुनिक डाटा सेंटर का निर्माण माननीय मुख्यमंत्री का सपना रहा है। डाटा सेंटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स का उपयोग करते हुए विभिन्न स्थलों से प्राप्त होने वाले आंकड़ों का स्वचालित रूप से संग्रहण हो सकेगा। साथ ही सटीक पूर्वानुमानों के जरिये बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी। इसका उपयोग कोसी EAMS (Embankment Asset Management System), बागमती EAMS सहित विकसित हो रहे बिहार EAMS में भी किया जाएगा ।'
विभाग के ही अनीसाबाद परिसर में इस अत्याधुनिक डाटा सेंटर शुरू होने से नदियों के मॉडलिंग कार्य, बाढ़ पूर्वानुमान तथा चेतावनी प्रणाली को हाईटेक बनाने की प्रक्रिया और धारदार होगी । इस सेंटर का उपयोग बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायता केंद्र (एफएमआईएससी) के अधीन स्थापित गणितीय प्रतिमान केंद्र के कार्य यथा नदियों का मॉडलिंग तथा बाढ़ पूर्वानुमान एवं चेतावनी प्रणाली कार्य में किया जाना है। विभाग के इस उन्नत डेटा सेंटर से अन्य राज्यों की नदियों के जलस्तर का भी पूर्वानुमान जारी किया जा सकता है। इस सेवा के लिए जल संसाधन विभाग अन्य राज्यों को पत्र लिखने की तैयारी कर रहा है।
ज्ञात हो कि जल संसाधन विभाग द्वारा गणितीय प्रतिमान केंद्र (मेथमेटिकल मॉडलिंग सेंटर) का संचालन भी किया जा रहा है। विभाग की तकनीकी इकाई FMISC द्वारा इस वर्ष बाढ़ की अवधि में मेथमेटिकल मॉडलिंग से प्राप्त नदियों के जलस्तर संबंधी अगले 72 घंटे के पूर्वानुमान से कई क्षेत्रों में समय रहते जरूरी कदम उठा कर बाढ़ से नुकसान को कम करने में मदद मिली है। इस केन्द्र के पूर्वानुमानों के अत्यंत सटीक रहने की सराहना राष्ट्रीय व् अन्य विशेषज्ञों द्वारा होती आ रही रही है.
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यह भी उल्लेखनीय है कि बीरपुर में स्थापित किये जा रहे विभाग के अत्याधुनिक भौतिकी प्रतिमान केन्द्र (Physical Modeling Center -PMC), जिसकी चर्चा मा. मुख्यमंत्री भी करते रहे हैं , इस पूरी कड़ी का एक दूसरा महत्वपूर्ण हिस्सा होगा. तकनीक के आधुनिक प्रावधानों के इन सभी विस्तारीकरण प्रयासों से राज्य में जल विज्ञानं एवं बाढ़ प्रबंधन के क्षेत्रों में अभूतपूर्व क्षमता विकसित होगी.
कार्यक्रम में विभाग के सचिव संजीव हंस एवं अन्य वरीय अधिकारी भी मौजूद थे.
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