असाढ़ जोतै लड़के बारे। सावन भादौं में हरवाहे।
कुआर जोतै घर का बेटा। तब ऊँचे हो होनहारे।।
भावार्थ- आषाढ़ मास में यदि लड़के से भी जुताई करा लें तो कोई हर्ज नहीं, लेकिन सावन में बिना हलवाहे के जोते काम नहीं बनेगा और क्वार में यदि कृषक का बेटा भी खेत को जोते तो ठीक होगा अर्थात् ऐसा करने से किसान के खेत में पैदावार अच्छी होगी और उसका भाग्य अच्छा होगा।
Path Alias
/articles/asaadha-jaotaai-ladakae-baarae