अगहन दूना पूस सवाई।
फागुन बरसे घर से जाई।।
भावार्थ- यदि अगहन में बारिश होती है तो रबी की फसल को दूना लाभ होता है, पौष मास में पानी बरसता है तो सवाया लाभ होता है और यदि फाल्गुन मास में पानी बरसे तो किसान की फसल नष्ट हो जाती है। उसकी फसल की लागत भी चली जाती है।
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