एक अध्ययन से पता चलता है कि समुद्री लू या हीटवेव (असामान्य रूप से उच्च समुद्री तापमान की अवधि) जो पहले हर साल लगभग 20 दिनों तक होती थी (1970-2000 के बीच), वह बढ़कर 220 से 250 दिन प्रति वर्ष हो सकती है। जानिए क्या होंगे इसके परिणाम?
Posted on 14 Apr, 2014 02:40 PMसंयुक्त राष्ट्र की वैज्ञानिक समिति ने चेतावनी दी है कि अगर ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा लगातार बढ़ती रही तो भारत में खाद्य सुरक्षा खतरे में पड़ जाएंगी। सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव चावल और मक्के की फसल पर होगा। इसके अलावा गंगा बेसिन में होने वाले मछली पालन व्यवसाय पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा।
Posted on 14 Apr, 2014 02:38 PMजलवायु परिवर्तन के खतरे और बढ़ती लागत से जंग लड़ रहे उत्पादक बढ़े तापमान, सूखे मौसमों के लंबे अंतराल और बारिश के ढर्रे में बदलाव का असर