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पर्यावरण जागरूकता विकसित करने में सोशल मीडिया की भूमिका
बारिश के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों में सांपो का घुस आना एक बेहद सामान्य सी बात है लेकिन यही सामान्य सी लगने वाली बात लाखों लोगों को हमेशा भयग्रस्त बनाये रखती है और हजारों लोगों के लिए जानलेवा साबित होती है। सांप ही धरती ग्रह पर एकमात्र ऐसा प्राणी है जिससे इंसान सबसे ज्यादा डरता है जो कि सहज और स्वाभाविक है। सांपो का नाम मात्र सुनने से ही कई लोगों की रूह कांप जाती है जिसका कारण भी बिल्कुल स्पष्ट है Posted on 12 Sep, 2023 12:34 PM

पर्यावरण जागरूकता की दिशा में आज भारत सहित दुनियाभर की अनेकों सरकारी तथा गैर-सरकारी संस्थाएँ प्रयास कर रहीं हैं। लोगों में पर्यावरण के प्रति जन-जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आज इंटरनेट तथा सोशल मीडिया भी एक महत्वपूर्ण जरिया साबित हुआ है। व्यापक पैमाने पर जीव-जंतुओं का दस्तावेज रखने वाली आईयूसीएन (IUCN) जैसी तमाम वेबसाइटों पर लोग आसानी से दुनिया के दुर्लभ जीव जंतुओं के बारे में जानकारी हासिल कर

पर्यावरण जागरूकता विकसित करने में सोशल मीडिया की भूमिका,Pc-Wikipedia
आक्रामक स्लग : भारतीय कृषि एवं स्थानीय प्रजातियों के लिए खतरा(Invasive slugs: a threat to Indian agriculture and local species)
पिछले कुछ वर्षों से बारिश के मौसम में आपने अपने आस-पास के परिवेश में नमीयुक्त स्थानों, गीली मिट्टी, बाग-बगीचों और नर्सरी में अक्सर एक जोंक की तरह दिखाई देने वाला एक जीव अवश्य देखा होगा। जमीन पर चलते हुए ये जीव अपने पीछे-पीछे चिपचिपा द्रव पदार्थ भी छोड़ता जाता है अतः लोग और भी हैरत में पड़ जाते हैं। Posted on 12 Sep, 2023 12:28 PM

हमारे आस-पास के पर्यावरण में बहुत सारे ऐसे जीव-जंतु पाये जाते हैं जिनके बारे में अभी ज्यादातर लोग अनजान है। हम ऐसे जीवों को अक्सर आस-पास के वातावरण में देखते तो हैं लेकिन हमें ये नहीं पता होता कि आखिर इनकी पहचान क्या है? क्या ये कोई आक्रामक प्रजाति है? हमारे पर्यावरण एवं कृषि हेतु ये हानिकारक हैं अथवा लाभदायक?

आक्रामक स्लग
ग्रेवॉटर प्रबंधन के लिए कार्य योजना
ग्रेवॉटर का तात्पर्य घरेल अपशिष्ट जल से है जो बिना मल संदूषण के घरों या घरेलू गतिविधियों से उत्पन्न होता है। इसमें रसोई से निकलने वाला गंदा पानी, नहाने और कपड़े धोने से निकलने वाला गंदला पानी शामिल है लेकिन इसमें शौचालयों का गंदला पानी या मल का पानी शामिल नहीं है। Posted on 11 Sep, 2023 03:24 PM

विडंबना यह है कि पानी, इस ग्रह पर सबसे प्रचुर संसाधन, सबसे अधिक मांग वाला भी है !

ग्रेवॉटर प्रबंधन के लिए कार्य योजना
जनजातीय गाँव में पेयजल आपूर्ति
आज सभी 32 परिवारों को उनके घर, स्कूल, आंगनबाडी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और पंचायत भवन में प्रतिदिन 55 एलपीसीडी स्वच्छ नल का पानी मिल रहा है। फील्ड टेस्ट किट (एफटीके) का उपयोग करके स्रोत और जल वितरण बिंदुओं पर पानी की गुणवत्ता का बार- बार परीक्षण करने के लिए एक पांच सदस्यीय महिला उप-समिति का गठन किया गया है Posted on 11 Sep, 2023 03:16 PM

जल जीवन मिशन के तहत आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के एक सुदूर जनजातीय गांव पंतलचिंटा में जलापूर्ति उपलब्ध कराई गई है। गांव में 136 आबादी वाले 32 परिवार हैं, जहां एक घर को छोड़कर अन्य सभी परिवार जनजातीय हैं जो आजीविका के लिए पोडु की खेती पर निर्भर हैं (भारत में जनजातियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली खेती की एक पारंपरिक प्रणाली, जिसके तहत फसलों के लिए भूमि तैयार करने के लिए हर साल जंग

जनजातीय गाँव में पेयजल आपूर्ति,Pc-जल-जीवन संवाद
साहिबज़ादा अजित सिंह नगर : उपयोग-शुल्क संग्रहण के लिए टेक्नोलॉजी
राज्य में ग्रामीण उपभोक्ता अपने पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर एसएमएस के माध्यम से अपने जलापूर्ति बिल प्राप्त करने और एक सुरक्षित लिंक के माध्यम से भुगतान करने के विकल्प की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इस पहल के पीछे प्रेरक शक्ति बिल भुगतान प्रक्रिया को उपभोक्ता के दरवाजे पर सुलभ बनाना था- ताकि वे परंपरागत विधियों में लगने वाले समय और प्रयास से बच सकें। इस प्रणाली के तहत, ईडीसी मशीनों का उपयोग बिल बनाने, नकद में या यूपीआई, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के डिजिटल मोड के माध्यम से भुगतान एकत्र करने और भुगतान रसीदें तैयार करने के लिए भी किया जाता है। Posted on 11 Sep, 2023 02:48 PM

जल बिल निर्माण और संग्रह में संचालन और रिकॉर्ड रखने को आसान बनाने के लिए, पंजाब में जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग (डीडब्ल्यूएसएस) ने एसएएस नगर, पंजाब में 157 गांवों के लिए एक ऑनलाइन बिलिंग और भुगतान प्रणाली शुरू की है। इससे राज्य में जल बिल संग्रह प्रणाली का व्यवस्थित रूप से कायाकल्प होने की उम्मीद है, जिससे यह सरल, प्रभावी, तेज और सुरक्षित हो जाएगी।

स्मार्ट पीओएस मशीनों का उपयोग,Pc-जल-जीवन संवाद
बदलाव के लिए दो मिशन
ज़्यादातर लोगों ने एकता में शक्ति के उदाहरण के रूप में लकड़ियों के गट्ठर का किस्सा तो सुना ही होगा। उसका सार यह है कि आप अकेली लकड़ी की डंडी को तो आसानी से तोड़ सकते हैं, लेकिन जब उन्हीं डंडियों को इकट्ठा कर उनका गट्ठर बना दिया जाता है तो उसे तोड़ पाना नामुमकिन हो जाता है। यही होती है एकता में शक्ति। Posted on 11 Sep, 2023 01:20 PM

ज़्यादातर लोगों ने एकता में शक्ति के उदाहरण के रूप में लकड़ियों के गट्ठर का किस्सा तो सुना ही होगा। उसका सार यह है कि आप अकेली लकड़ी की डंडी को तो आसानी से तोड़ सकते हैं, लेकिन जब उन्हीं डंडियों को इकट्ठा कर उनका गट्ठर बना दिया जाता है तो उसे तोड़ पाना नामुमकिन हो जाता है। यही होती है एकता में शक्ति। इसी एकता का अन्य रूप है सम्मिलन, यानि 'कन्वर्जेस' – जब विचारों, प्रयासों, परियोजनाओं और योजनाओं

बदलाव के लिए दो मिशन
शुद्ध पेयजल के लिए महिलाओं और बच्चों का सशक्तिकरण
भूजल का भूगर्भीय संदूषण एक गंभीर चुनौती है क्योंकि असम के कुछ जिलों में आर्सेनिक और फ्लोराइड को अनुमेय सीमा से अधिक पाया गया था, जिससे पानी की गुणवत्ता का परीक्षण एक विकल्प ही नहीं बल्कि एक प्राथमिकता बन गया। इसका निराकरण करने के लिए, मिशन निदेशालय - जेजेएम ने यूनिसेफ के सहयोग से पानी की गुणवत्ता के संबंध में समुदाय को संवेदनशील बनाने के लिए महिलाओं को शामिल करने की रणनीति तैयार की। Posted on 11 Sep, 2023 01:14 PM

असम प्रचुर मात्रा में जल संसाधनों, बड़ी बारहमासी नदियों जैसे ब्रह्मपुत्र और इसकी कई सहायक नदियाँ और अन्य जल निकायों से समृद्ध है जिसके कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में पानी की उपलब्धता कोई समस्या नहीं है । तथापि, भूजल का भूगर्भीय संदूषण एक गंभीर चुनौती है क्योंकि असम के कुछ जिलों में आर्सेनिक और फ्लोराइड को अनुमेय सीमा से अधिक पाया गया था, जिससे पानी की गुणवत्ता का परीक्षण एक विकल्प ही नहीं बल

शुद्ध पेयजल के लिए महिलाओं और बच्चों का सशक्तिकरण,Pc:-जल जीवन संवाद
जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव
भारत की वर्षा पोषित कृषि के लगभग 60% 1 के लिए महत्वपूर्ण है और मानसून की हवाओं का समय पर आगमन और पर्याप्तता हमारे कृषि प्रथाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हवाओं की आवृत्ति प्रत्येक मौसम, वर्षा और दशक में भिन्न होती है. और इस बदलाव को मानसून परिवर्तनशीलता कहा जाता है। जलवायु परिवर्तन, औद्योगिकीकरण तथा बढ़ते वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। परिणामस्वरूप बढ़ती ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से वैश्विक तापमान में वृद्धि और जलवायु परिवर्तन से समस्त विश्व चिंतित है चिंता का विषय इसलिए भी है, क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है, और भारतीय अर्थव्यवस्था की आधारशीला खेती ही है। Posted on 11 Sep, 2023 12:41 PM

किसान कई पीढ़ियों से खेती के लिए मौसमी बरसात पर ही निर्भर रहे हैं लेकिन अब बदलते मौसम के कारण उन्हें नुकसान हो रहा है। देश में फसल उत्पादन में उतार-चढ़ाव का कारण कम वर्षा, अत्यधिक वर्षा अत्यधिक नमी, फसलों पर कीड़े लगना, बेमौसम बारिश, बाढ़ व सूखा और ओलों की बौछार आदि मुख्य है। पिछले कुछ सालों से मौसम चक्र ने हमें चौकाने और परेशान करने का जो सिलसिला शुरू किया है जो हमारे लिए और खेती के लिए मुसीबत

जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव
वैश्विक पवन ऊर्जा का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है भारत
ग्लोबल विंड एनर्जी काउंसिल (जीडब्ल्यूईसी) और एमईसी+ द्वारा जारी की गयी एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अगले पांच वर्षों के भीतर 21.7 गीगावाट तक नई पवन ऊर्जा क्षमता स्थापित कर सकता है. इससे साल 2027 तक भारत की कुल पवन ऊर्जा क्षमता 63.6 गीगावॉट तक बढ़ जाएगी. Posted on 09 Sep, 2023 03:59 PM

जहां एक ओर सरकार हवाओं की बढ़ती गर्मी पर लगाम लगाने के लिए तमाम सकारात्मक पहल कर रही है, वहीं उन्हीं हवाओं से ऊर्जा बनाने के मामले में भारत सरकार की दृढ़ता भी साफ दिख रही है. दरअसल प्रमुख उद्योग संगठनों की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने वैश्विक पवन ऊर्जा निर्यात केंद्र बनने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं.

वैश्विक पवन ऊर्जा का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है भारत,PC-(FB Narendra Modi)
जी-20 लीडर्स समिट में भारत के पास वित्‍तीय सुधारों के मामले में उभरने का मौका
दुनिया में डीकार्बनेशन के लिए जितने धन की जरूरत है उतना उपलब्ध हो पाएगा? इसीलिए ब्‍लेंडेड फाइनेंस का सवाल खड़ा होता है। दुनिया को डीकार्बनाइजेशन के लिए पूंजी की जरूरत है। इसके लिये ब्लेंडेड कैपिटल, फिलांट्रॉफीज और डीएफआई को साथ लाकर काम करना होगा Posted on 09 Sep, 2023 03:44 PM

भारत की अध्‍यक्षता में जी20 देशों की ऊर्जा, जलवायु एवं पर्यावरण से सम्‍बन्धित बैठकें पिछले महीने सम्‍पन्‍न हुईं। इन बैठकों में एक व्‍यापक श्रंखला रूपी मसलों का हल निकालने के लिये कड़ी मेहनत की गयी जिनसे यह तय होगा कि देशों का यह समूह क्‍या ऊर्जा और वित्‍त रूपी दो प्रमुख पहलुओं के इर्द-गिर्द खड़े दीर्घकालिक मुद्दों को लेकर किसी समाधान

जी-20 लीडर्स समिट में भारत के पास वित्‍तीय सुधारों के मामले में उभरने का मौका,Pc- वैश्विक पवन ऊर्जा का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है भारत,PC-(FB Narendra Modi)
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