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समाचार और आलेख
पीने योग्य पानी की कमी और इसका सही उपयोग
Posted on 12 Jun, 2024 06:15 AMजल हमारे जीवन के लिए बेहद जरूरी है, जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन आजकल जल का व्यर्थ इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसकी वजह से आज भारत समेत पूरी दुनिया में जल की भारी कमी है। वहीं सोचने वाली बात तो यह है कि घरती पर 2 तिहाई हिस्सा पानी होने के बावजूद पीने योग्य शुद्ध पेयजल सिर्फ 1 प्रतिशत ही है। 97 फीसदी जल महासागर में खारे पानी के रुप में भरा हुआ है, जबकि 2 प्रतिशत जल का हिस्सा
![पीने योग्य पानी आज सबसे बड़ा मुद्दा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/drinking-water-1.png?itok=yt_YgoQU)
दक्षिण बिहार की जीवनदायिनी 'पारम्परिक आहर-पईन जल प्रबन्धन प्रणाली' की समीक्षा (भाग 2)
Posted on 11 Jun, 2024 07:56 PMआहर-पईन खोदते समय निकली मिट्टी से अलंग बनाया जाता है जो अतिवृष्टि एवं बाढ़ की स्थिति का सामना करने में सहायक होता था। भू-क्षेत्र के केंद्र में गाँव और गाँव के चारों तरफ समतल खेत मगध के ग्रामीण बसाहट की विशेषता है। खेतों के बड़े आयताकार समुच्चय (50 से 100/200 एकड़ रकबे) को खंधा कहा जाता है। हर खंधे का विशेष नाम होता है जैसे मोमिन्दपुर, बकुंरवा, धोविया घाट, सरहद, चकल्दः, बडका आहर, गौरैया खंधा आदि
![पारम्परिक आहर-पईन जल प्रबन्धन प्रणाली](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/Ahar%20Paeen%20water%20channel%20system%20-%20south%20bihar_0.png?itok=Fyx6Gmza)
अंटार्कटिका में घट रही है बर्फ
Posted on 10 Jun, 2024 04:12 PMअंटार्कटिका से हिमखंड कट रहे हैं
जलवायु परिवर्तन के संकेत अब अंधी आंखों से भी दिखने लगे हैं। नये शोध बताते हैं कि अंटार्कटिका से हिमखंड तो टूट ही रहे हैं, वायुमंडल का तापमान बढ़ने के कारण बर्फ भी तेज़ी से पिघल रही है। जलवायु बदलाव का बड़ा संकेत संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भी देखने में आया है। बीते 75 सालों में यहां सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी है। 24 घंटे में 10 इंच से ज़्यादा
![अंटार्कटिका से हिमखंड कट रहे हैं](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/Ice%20is%20decreasing%20in%20Antarctica.jpg?itok=ky5AW9ra)
भारतीय लोक संस्कृति और साहित्य में जल की महिमा
Posted on 10 Jun, 2024 06:25 AMयदि हम प्राचीन ग्रंथों की बात करें तो ऋग्वेद में जल संरक्षण करने का उल्लेख मिलता है। अथर्ववेद में भी लोगों को जल संरक्षण के लिए आगाह किया गया है। इसके अलावा, तैतरीय उपनिषद, छांदग्योपनिषद और शंख स्मृति में भी कहा गया है कि पानी असीमित नहीं है, उसकी मात्रा निश्चित है। इसलिए उसे बचाने की चेतावनी दी गई है।
![लोक साहित्य में जल](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/water-litereture.png?itok=p15gwj58)
मिलकर भविष्य संवारें
Posted on 09 Jun, 2024 07:24 PMक्लाइमेट में हो रहे परिवर्तन के खतरनाक परिणामों से विश्व का कोई कोना अछूता नहीं है। बढ़ता तापमान पर्यावरण की बिगड़ती स्थिति को, प्राकृतिक विनाश को, खाद्यान्न और पानी की असुरक्षा, आर्थिक उतार-चढ़ाव को, अन्य संघर्षों को बढ़ावा ही दे रहा है। समुद्र का जल-स्तर बढ़ रहा है, आर्कटिक पिघल रहा है, कोरल रीफ मर रहे हैं, समुद्रों में तेज़ाब की मात्रा बढ़ रही है, जंगल जल रहे हैं। स्पष्ट है स्थितियां अनुक
![बेहतर धरती के भविष्य के लिए](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/UNO_%20Antonio_Guterres.jpg?itok=xDakMzzq)
संयुक्त राष्ट्रसंघ के जलशांति वर्ष-2024 के अवसर पर एक अपील
Posted on 09 Jun, 2024 02:55 PMभारत में हम लोग जल को शांति का प्रतीक मानते आये हैं। जब भी हम यज्ञ अग्नि से करते हैं, तो उसकी शुरूआत, और सम्पन्नता भी, जल से ही होती है। यज्ञ-स्थल की जल से परिक्रमा करके, शांति को आहूत करते हैं। मतलब यह कि भारत जलशांति, व्यवहार, संस्कार और तीर्थपन में सदाचारी रहा है। भारत और दुनिया के सभी धर्मों में जल को जीवन आधार माना गया है। सभी धर्मों में अलग- अलग तरीकों से इसके दर्शन होते हैं।
![संयुक्त राष्ट्रसंघ का जलशांति वर्ष-2024](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/United%20Nations%20Year%20of%20Water%20Peace%202024.jpg?itok=ijjUCfCm)
बढ़ते समुद्री स्तर से पनामा द्वीप खाली करने की तैयारी
Posted on 08 Jun, 2024 07:21 PMजलवायु संकट अपने चरम होता जा रहा है। छोटे-छोटे द्वीप खाली करने पड़ रहे हैं। जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते समुद्री स्तर से अबकी पनामा द्वीप वासियों को द्वीप खाली करना पड़ रहा है। जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते समुद्री जलस्तर के कारण पनामा के छोटे-छोटे द्वीपों को खाली करने की तैयारी चल रही है। गदी सुगडुब द्वीप से लगभग 300 परिवारों को द्वीप छोड़कर के कहीं सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया ह
![प्रतिकात्मक तस्वीर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/Panama%20submerged%20in%20sea%20due%20to%20sea%20level%20rise.jpg?itok=PH5lQ8He)
गर्म होते महासागर, ऑक्सीजन की कमी और अम्लीकरण : महासागरों में 10 गुना बढ़ेंगे 'Hot Days'
Posted on 06 Jun, 2024 02:15 PMभारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान की हीटवेव अध्ययन
एक हालिया अध्ययन के मुताबिक, वर्ष 2020 से लेकर 2100 तक हिंद महासागर की सतह का तापमान 1.7 से 3.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। इस बढ़ोतरी से समुद्री हीटवेव्स और चरम चक्रवातों की घटनाएं बढ़ेंगी, जिससे मानसून पर असर पड़ेगा और समुद्र का जलस्तर ऊंचा हो जाएगा।
![गर्म होते महासागर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/hot-days-in-ocean.jpg?itok=T_SMaosU)
पर्यावरण प्रदूषण एवं स्वास्थ्य संकट
Posted on 04 Jun, 2024 08:51 PMपर्यावरण के किसी भी तत्व में होने वाला अवांछनीय परिवर्तन, जिससे जीव जगत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, प्रदूषण कहलाता है। पर्यावरण प्रदूषण में मानव की विकास प्रक्रिया तथा आधुनिकता का महत्वपूर्ण योगदान हैं। यहां तक मानव की वे सामान्य गतिविधियां भी प्रदूषण कहलाती है, जिनसे नकारात्मक फल मिलते हैं। उदाहरण के लिए उद्योग द्वारा उत्पादित नाइट्रोजन आक्साइड प्रदूषक हैं। हालांकि उसके तत्व प्रदूषक नही है। य
![पर्यावरण प्रदूषण एवं स्वास्थ्य संकट](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/Environmental%20pollution%20and%20health%20crisis.jpg?itok=RzZcstiv)
पर्यावरण प्रदूषण के पीछे तत्विक शक्तियों की खोज
Posted on 04 Jun, 2024 08:03 PMप्रदूषण आज मानवता के सामने एक महत्वपूर्ण चुनौती है, जिसका सीधा असर पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर हो रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तेजी से बढ़ती उन्नति ने विभिन्न तत्वों के प्रयोग में बदलाव किया है, जिनसे प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हुई है। इस अभियान में, हम पर्यावरण प्रदूषण के पीछे तत्विक शक्तियों की खोज करने का प्रयास करेंगे, जिनसे हमारे पर्यावरण में होने वाले प्रदूषण के कारणों को समझने में
![पर्यावरण प्रदूषण के पीछे तत्विक शक्तियां](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-06/EXPLORING%20THE%20ELEMENTAL%20FORCES%20BEHIND%20ENVIRONMENTAL.jpg?itok=Wa750hB8)