Posted on 09 May, 2014 10:56 AMदिल्ली, मथुरा और फरीदाबाद में यमुना हो चुकी हैं प्रदूषित फरीदाबाद में कैंसर कारक कैडमियम की मात्रा 10 गुना ज्यादा, दिल्ली विश्वविद्यालय की शोधार्थी छात्रा ने किया खुलासा
Posted on 17 Jan, 2014 01:15 PMफरीदाबाद। मथुरा और बरसाने के यमुना रक्षक दल के बाद अब फरीदाबाद और पलवल जिले के लोगों ने यमुना मैया को गंदगी से मुक्त करने के लिए कमर कस ली है। यमुना शुद्धीकरण के लिए इलाके के लोगों की एक जल पंचायत 19 जनवरी को प्याला गांव में ग्राम सेवा समिति द्वारा आयोजित की जाएगी।
जल पंचायत के आयोजक सुरेंद्र चौहान, कर्नल वीके गौड़, कर्नल महेंद्र बीसला ने यहां प्रेस वार्ता में बताया कि केंद्र सरकार यमुना की सफाई पर 2400 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। फिर भी यमुना साफ नहीं हो सकी। सोनीपत तक यमुना के पानी का मानक तीन से पांच बीओडी पहुँचता है, लेकिन दिल्ली के बाद जब यमुना फरीदाबाद में पहुँचती है, तो उसका बीओडी लेवल बढ़कर 30 से 55 तक हो जाता है। इसका कारण है कि दिल्ली के 15 बड़े नालों की गंदगी बिना ट्रिटमेंट किए यमुना में मिल जाती है। कभी इस जिले के लोग यमुना का पानी पीते थे।