कानपुर जिला

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भागीरथ का गिलहरी प्रयास
Posted on 13 Jan, 2014 10:54 PM कानपुर में गंगा स्वच्छता के लिए भागीरथ डी.आर. दि्वेदी का गिलहरी प्रयास वर्षो से जारी है। हर सुबह नाव पर गंगा की लहरों से अठखेलियां करते भागीरथ की प्रदूषण मुक्ति यात्रा कई किलोमीटर का सफर तय करते हुये आधा दर्जन घाटो से गुजरती है। लोगों में जागरूकता की अलख जगाने के साथ ही वह कूड़ा बीनने और गंदगी निकालने में मशगूल दिखते है।
कराहती नदियां
Posted on 31 Jul, 2010 09:53 AM आमी का गंदा जल सोहगौरा के पास राप्ती नदी में मिलता है। सोहगौरा से कपरवार तक राप्ती का जल भी बिल्कुल काला हो गया है। कपरवार के पास राप्ती सरयू नदी में मिलती है। यहां सरयू का जल भी बिल्कुल काला नज़र आता है। बताते हैं कि राप्ती में सर्वाधिक कचरा नेपाल से आता है। उसे रोकने की आज तक कोई पहल नहीं हुई। पिछले दिनों राप्ती एवं सरयू के जल को इंसान के पीने के अयोग्य घोषित किया गया। कभी जीवनदायिनी रहीं हमारी पवित्र नदियां आज कूड़ा घर बन जाने से कराह रही हैं, दम तोड़ रही हैं। गंगा, यमुना, घाघरा, बेतवा, सरयू, गोमती, काली, आमी, राप्ती, केन एवं मंदाकिनी आदि नदियों के सामने ख़ुद का अस्तित्व बरकरार रखने की चिंता उत्पन्न हो गई है। बालू के नाम पर नदियों के तट पर क़ब्ज़ा करके बैठे माफियाओं एवं उद्योगों ने नदियों की सुरम्यता को अशांत कर दिया है। प्रदूषण फैलाने और पर्यावरण को नष्ट करने वाले तत्वों को संरक्षण हासिल है। वे जलस्रोतों को पाट कर दिन-रात लूट के खेल में लगे हुए हैं। केंद्र ने भले ही उत्तर प्रदेश सरकार की सात हज़ार करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना अपर गंगा केनाल एक्सप्रेस-वे पर जांच पूरी होने तक तत्काल रोक लगाने के आदेश दे दिए हों, लेकिन नदियों के साथ छेड़छाड़ और अपने स्वार्थों के
परिवर्तन के प्रतिरूप
Posted on 21 Jul, 2010 01:10 PM व्यवस्था के भीतर रहते हुए उसे बदलने के लिए इन कर्मवीरों को ऊर्जा मिलती है जुनून, लक्ष्य और दृढ़ता से। मिलिए इन 35 खामोश क्रांतिकारियों से ...
गोमुख से गंगासागर तक पदयात्रा पर एक संन्यासी
Posted on 19 Jul, 2010 02:00 PM
यदि यह पदयात्रा किसी नेता या अभिनेता की होती अथवा कोई रथयात्रा हो रही होती तो मीडिया इसकी पल-पल की जानकारी दे रहा होता, किंतु यह यात्रा एक संन्यासी कर रहा है, लिहाजा इसकी कहीं चर्चा नहीं हो रही, गोमुख से गंगासागर तक किनारे-किनारे पूरे ढाई हज़ार किलोमीटर लंबे मार्ग पर सर्दी, लू के थपेड़ों और बरसात के बीच इस संन्यासी की पदयात्रा गंगा की निर्मलता के लिए हो रही है। वह भी ऐसे मार्ग पर, जो कभी पार
कानपुर में अब नहीं लगेंगे चमड़े के कारखाने
Posted on 25 May, 2010 10:41 AM कानपुर, 24 मई। गंगा के बढ़ते प्रदूषण पर रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि कानपुर के जाजमऊ में अब कोई भी नई टेनरी (चमड़ा फैक्टरी) नहीं लगेगी। जो टेनरियां चल रही हैं उन पर सख्ती करते हुए प्रशासन ने कहा है कि उनका पानी किसी भी हालत में गंगा नदी में नहीं डाला जाएगा। यूपी लेदर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (यूपीएलए) के सचिव इमरान सिद्दीकी ने सोमवार को बताया कि पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश सरकार क
आईआईटी कानपुर द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग सम्बन्धी कान्फ़्रेंस (WHSC- 23-25 Nov.2009)
Posted on 07 Nov, 2009 09:40 AM

आईआईटी कानपुर द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग (जल संचयन), भण्डारण और संरक्षण के सम्बन्ध में एक कॉन्फ़्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय इस सम्मेलन में जल भण्डारण, पानी के संरक्षण और वाटर हार्वेस्टिंग से सम्बन्धित सभी तकनीकी विकल्पों, नीति निर्देशों पर विस्तार से चर्चा कर इस दिशा में आगे का मार्ग निश्चित किया जायेगा।

सम्मेलन के उद्देश्य -

WHSC-2009
गंगा प्रदूषण नियंत्रण
Posted on 27 Jul, 2009 05:02 PM
गंगा नदी में होने वाला प्रदूषण पिछले कई सालों से भारतीय सरकार और जनता के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इस नदी उत्तर भारत की सभ्यता और संस्कृति की सबसे मजबूत आधार है। उत्तर भारत के लगभग सभी प्रमुख शहर और उद्योग करोड़ों लोगों की श्रद्धा की आधार गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे हैं और यही उसके लिए सबसे बड़ा अभिशाप साबित हो रहे हैं।

अनुक्रम

१ प्रदूषण का कारण
कानपुर का पानी
Posted on 27 Jul, 2009 04:46 PM
उत्तराखंड के पहाड़ों से उतरकर उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्र में अपने पूरे बहाव में गंगा सर्वाधिक कानपुर डाउनस्ट्रीम में प्रदूषित है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पिछले वर्ष गर्मी के मौसम में मई-जून और इस वर्ष के इसी अवधि के आंकड़े हकीकत को बयान करते हैं।
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