गुजरात

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ड्यू वाटर हार्वेस्टिंग
Posted on 16 Sep, 2008 05:24 PM

भुज [कच्छ], [आशुतोष शुक्ल]। आईआईएम अहमदाबाद के प्रो. गिरजा शरण, कोठारा गांव के हारुन व रफीक बकाल, सात सौ साल से भी अधिक पुराने जैन तीर्थ सुथरी के प्राण जीवन गोर और सायरा प्रायमरी स्कूल के हेडमास्टर सोढ़ा प्रताप सिंह में भला क्या समानता हो सकती है?

ओस की बूंद
भंजी भाई का चेक डैम
Posted on 16 Sep, 2008 04:34 PM

गुजरात के विभिन्न हिस्सों में पानी की उपलब्धता सामान्य नहीं है। राज्य के सभी हिस्सों में जल की उपलब्धाता सामान्य बनाए रखना एक चुनौती है। सत्तार वर्षीय भंजी भाई मथुकैया ने इस चुनौती को स्वीकार किया। वे चाहते थे कि ऐसे चेक डैम बनें जिनको किसान अपने सीमित साधनों की मदद से बना सकें। इसके लिए भंजी भाई ने रेलवे फलों की अर्धाचन्द्राकार संरचना का उपयोग करने का फैसला किया।

सुब्यवस्थित गैबियन बंध/ चेकडैम
भारत का जल संकट
Posted on 16 Sep, 2008 11:27 AM

नित्या जैकब के साथ फ्रेडरिक नोरोंहा की बातचीत

पूर्व बिजनेस और पर्यावरणीय पत्रकार नित्या जैकब ने भारतीय उपमहाद्वीप में पानी पर आधारित एक पर्यावरणीय यात्रा वृतांत लिखने जैसा अद्भुत काम किया है।

दिल्ली के रहने वाले इस लेखक ने अपने अनुभव से यह देखा कि अधिक पानी और जल प्रबंधन की विश्व में सबसे अधिक परंपराओं में से एक होने के बावजूद भी भारत में जल संकट बहुत गंभीर है।

जल योद्धा नित्या जैकब
बड़े बांधों में नहीं छोटे-छोटे चेकडैम में छिपा है उपाय
Posted on 14 Sep, 2008 07:12 PM

मनसुख भाई (जलक्रांति ट्रस्ट)/गुजरात सरकार 1.5 लाख से लेकर 15 लाख रुपए में सिर्फ एक चेक डैम बनाती थी। तब हमने कहा कि 15 चेकडैम का खर्चा सिर्फ एक लाख आएगा। लोग मानने को तैयार नहीं थे कि इतने कम खर्च में भी चेकडैम तैयार हो सकता है। मैंने कहा कि यह मेरी जिम्मेदारी है।

भागीदारी से हल हुई पानी की समस्या
Posted on 14 Sep, 2008 06:54 PM

गुजरात के सुप्रसिद्ध लोक साहित्यकार स्वर्गीय झवेरचंद मेघाणी ने आजादी के कुछ ही वर्ष पूर्व सौराष्ट्र की लोक कथाओं में अनेक नदियों में आई बाढ़ का उल्लेख किया है। आज वही सौराष्ट्र पिछले कुछ समय से अकाल ग्रस्त और सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित होने लगा है। आजादी के 50 वर्ष में ही गुजरात की छोटी-बड़ी सभी नदियां सूख गईं और कृषि प्रधान गुजरात अब सूखाग्रस्त गुजरात बन गया। कभी 'सागर' के नाम से प्रसिध्द माही

गुजरात हर घर जल राज्य घोषित
Posted on 27 Oct, 2022 11:46 AM

गोवा के बाद गुजरात को भी 'हर घर जल' राज्य घोषित किया गया है जिसका मतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों में नल के माध्यम से स्वच्छ  पेयजल पहुंच गया है।सरकारी आकड़ो के अनुसार राज्य के सभी 91,73,378 घरों में नल से जल की पहुंच हैं यानी गुजरात के हर घर में अब नल के पानी का कनेक्शन है।  

गुजरात हर घर जल राज्य घोषित, फोटो- indiawaterportal flicker
जल संकटः गुजरात उद्योगों को उपयोग किया हुआ पानी दिया जाएगा
Posted on 21 May, 2019 12:14 PM

गुजरात में पानी की कमी का होना हर साल की कहानी है। ताजे पानी के साफ स्रोतों और बढ़ती मांग ने यहां जीना दूभर कर दिया है। हर साल गुजरात को पानी की कमी का सामना करना पड़ता है। खासकर सौराष्ट और उत्तरी गुजरात के दूर-दराज इलाकों में पानी की समस्या ज्यादा है। दोनों ही राज्य इस समय सूखे की चपेट में हैं।

गुजरात में पानी की कमी हर साल की कहानी है।
राज्यों में नहीं बना उपचारित सीवर के जल के प्रयोग का एक्शन प्लान
Posted on 16 May, 2019 11:49 AM

उत्तराखंड ने अब तक तमाम शहरों के सीवर नेटवर्क में लगे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले उपचारित पानी के उपयोग का एक्शन प्लान नहीं बनाया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की स्टेटस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड, गुजरात, असम, पंजाब, बिहार और उप्र अब तक अपने एक्शन प्लान नहीं जमा किए हैं।

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