धार जिल

Term Path Alias

/regions/dhar-district

साफ हाथों का दम
Posted on 13 Oct, 2010 01:50 PM गंदे हाथ बीमारियों को आमंत्रित करते हैं - यह कहना थोड़ा अचंभित करता है, पर वास्तविकता इससे परे नहीं है। हाथ की सफाई के प्रति बच्चों में जागरूकता का अभाव तो है ही, साथ ही साथ बड़े भी हाथ धोने में कोताही करते हैं। ऐसे में खाने के साथ पेट में कीटाणुओं का जाना मुश्किल नहीं होता, और फिर बीमारी की चपेट में आना स्वाभविक है। गांवों में तो शौच के बाद मिट्टी या राख से हाथ धोने का प्रचलन है। डायरिया जैसी गंभ
title=
बूंदें, नर्मदा घाटी और विस्थापन
Posted on 14 Feb, 2010 03:00 PM


नर्मदे हर......!

मध्यप्रदेश की जीवनरेखा है नर्मदा। इसका प्रवाह यानी जीवन का प्रवाह। इसके मिजाज का बिगड़ना यानी जीवन से चैन का बिछुड़ना। नदी से समाज के सम्बन्ध केवल नहाने, सिंचाई, पानी की भरी गागर घर के चौके-चूल्हे तक लाने में ही सिमट नहीं जाते हैं। नदियों की धड़कन के साथ-साथ धड़कती है उसके आंचल में रहने वाले समाज की धड़कन। पीढ़ियां नदी के प्रवाह की साक्षी रहती हैं। और नदी भी तो बहते-बहते देखती है-........

Narmada
आधी करोड़पति बूंदें
Posted on 11 Feb, 2010 09:39 AM


मांडव यानी रानी रूपमती और राजा बाजबहादुर की प्रेम गाथाओं के स्मारक। जहाज महल, हिंडोला महल, तवेली महल और रूपमती महल का जर्रा-जर्रा आपको इतिहास की इस अमर प्रेम कथा को सुनाने के लिए तैयार है। रूपमती महल की छत पर खड़े होइए तो दूर, दूज के चाँद की शक्ल में नर्मदा नदी दिख जायेगी। रानी रूपमती स्नान के बाद हर रोज यहीं से तो नर्मदा मैया के दर्शन के बाद अपनी दिनचर्या शुरू करती थीं।

jahajmahal
डेनिडा परियोजना एवं सहभागिता
Posted on 28 Jan, 2010 11:30 AM भारत एवं डेनमार्क सरकार के मध्य मालवा अंचल में पानी के लिए काम करने का अनुबंध 14 मार्च 1997 को हुआ। परियोजना विकास कार्य तीन जिलों धार के बदनावर, झाबुआ के पेटलावद एवं रतलाम विकासखण्ड के चयनित ग्रामों को लिया गया। यह सम्पूर्ण क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है। अधिकांश परिवार गरीबी रेखा से नीचे निवास करते है, कृषि एवं पशुपालन मुख्य व्यवसाय है।
और मैली हुई नर्मदा
Posted on 28 Aug, 2009 05:00 PM
हिंदू पुराणों में शिवपुत्री नर्मदा को गंगा से भी पवित्र नदी माना गया है . जनश्रुति है कि पवित्र नदी गंगा वर्ष में एक बार काली गाय के रूप में नर्मदा में स्नान करने आती है और पवित्र होकर श्वेतवर्णी गाय के रूप में फिर से स्वस्थान लौट जाती है. नर्मदा पुराण में कहा गया है कि नर्मदा के दर्शन मात्र से पापियों के पाप नाश हो जाते है.
मध्यप्रदेश में पेयजल
Posted on 15 Aug, 2009 12:52 AM

1 - इन्दौर शहर में वर्ष 2006 की गर्मियों में पानी की आपूर्ति के लिये किराये पर लिये गये टेंकरों के एवज में 2 करोड़ रूपये की राशि चुकाई गई थी। नगर निगम ने वर्ष 2007 में अपने 37 टैंकरों के अलावा 130 टैंकर किराये पर लिये थे। इस साल इतनी शिकायतें आईं कि नगर निगम प्रशासन दबाव में आ गया। इसके बावजूद जल संकट दूर नहीं हुआ और 14 मई 2007 को इन्दौर में राजनैतिक दलों और आम लोगों ने प्रशासन का उग्र व

×