दिल्ली

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पानी के बिना कैसी जिन्दगानी
Posted on 27 Mar, 2015 08:23 AM वर्षा जल संग्रहण पानी की उपलब्धता को बढ़ाता है, भूमिगत जल-स्तर को
जरूरी है जनता की नजर और ग्राम सभा की पकड़
Posted on 23 Mar, 2015 08:06 AM वास्तविक लोकतन्त्र की बहाली के लिए आवश्यक है कि जनता को उसका मालिका
पानी और टिकाऊ विकास में कैसे हो सन्तुलन
Posted on 23 Mar, 2015 06:53 AM भारतीय जल पर बात करने के पारम्परिक दिवस कई हैं। 22 मार्च विश्व जल दिवस है, सो बात वैश्विक ही की जाए। भारत में नए विज्ञापनों में पानी की बचत के नुख्से मुँह, बर्तन, गाड़ी धोते वक्त नल खुले रखने के बजाय मग और बाल्टी के उपयोग तथा अनुशासित सिंचाई तक सीमित रहते हैं। लेकिन इस मामले में अन्तरराष्ट्रीय नजरिया बेहद बुनियादी और ज्यादा व्यापक है। यह नजरिया संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस वर्ष विश्व जल दिवस के लिए घो
bird bathing in water
नरेगा के वायदे पर अमल
Posted on 22 Mar, 2015 04:44 PM रोजगार गारण्टी की पेचीदगी तथा इसके आकार को ध्यान में रखते हुए इस प
रोजगार गारण्टी कानून एवं पर्यावरण सुरक्षा
Posted on 21 Mar, 2015 07:13 AM राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना की मूल भावना में कोई कमी नह
नरेगा में भ्रष्टाचार : मिथक और वास्तविकता
Posted on 21 Mar, 2015 07:07 AM नरेगा से भ्रष्टाचार का उन्मूलन हो सकता है। इसके साथ ही जहाँ कहीं स
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी कानून के दो साल
Posted on 20 Mar, 2015 10:42 AM राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी कानून की एक विशेष खासियत यह है कि
सामूहिक संसाधन प्रबन्धन परियोजना : सामुदायिक संगठन सहभागिता और महिलाओं के बढ़ते कदम की कहानी
Posted on 18 Mar, 2015 12:57 PM ऊँची भूमि हेतु पूर्वोत्तर क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबन्धन परियोजना (एनईआरसीओ आरएमपी) की शुरुआत वर्ष 1999 में अन्तरराष्ट्रीय कृषि विकास कोष (आईएफएडी) के आर्थिक सहयोग से की गई थी। इसका उद्देश्य वंचित समूहों के लिए प्राकृतिक संसाधन के प्रबन्धन में सुधार कर स्थायी रूप से उनकी आजीविका में सुधार करना था। इससे पर्यावरण के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।

परियोजना क्षेत्र

जरूरत जैव कृषि की
Posted on 17 Mar, 2015 12:48 PM जैविक कृषि का नीतिगत दृष्टिकोण मिशन-आधारित और किसानोन्मुखी होना चा
कूड़ा ढोने का मार्ग बन गई हैं नदियाँ
Posted on 16 Mar, 2015 12:44 PM

विश्व जल दिवस पर विशेष


अब सुनने में आया है कि लखनऊ में शामे अवध की शान गोमती नदी को लन्दन की टेम्स नदी की तरह सँवारा जाएगा। महानगर में आठ किलोमीटर के बहाव मार्ग को घाघरा और शारदा नहर से जोड़कर नदी को सदानीरा बनाया जाएगा। साथ ही इसके सभी घाट व तटों को चमकाया जाएगा। इस पर खर्च आएगा ‘महज’ छह सौ करोड़।
river pollution
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