दिल्ली

Term Path Alias

/regions/delhi

पर्यावरण संरक्षण : संवैधानिक दायित्व
Posted on 24 Jan, 2016 03:17 PM

भारत प्राचीन समय से ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर सदैव सजग रहा, इसी कारण उसने संवैधानिक स्त

भारतीय पथ : अतिभोग नहीं, सदुपयोग से बचेगा जीवन
Posted on 24 Jan, 2016 03:04 PM

आज जलवायु परिवर्तन का भारतीय तकाजा यह है कि सरकार और समाज मिलकर एक ओर शिक्षा, कौशल, जैविक

विकास : प्रकृति और पर्यावरण के अनुकूल
Posted on 24 Jan, 2016 02:58 PM
‘पर्यावरण के सर्वव्यापी और सर्वस्पर्शी दुष्प्रभावों से कोई भी
जलवायु परिवर्तन : संकट में मानवीय स्वास्थ्य
Posted on 24 Jan, 2016 02:37 PM

जलवायु परिवर्तन का सबसे बुरा असर एशिया के क्षेत्रों पर पड़ेगा क्योंकि ज्यादातर देशों की अर

क्या मैं भागीरथी का सच्चा बेटा हूँ
Posted on 24 Jan, 2016 12:04 PM

दूसरा कथन आपके समक्ष पठन, पाठन और प्रतिक्रिया के लिये प्रस्तुत है...

 

स्वामी सानंद गंगा संकल्प संवाद- दूसरा कथन

 


.तारीख : 30 सितम्बर, 2013। अस्पताल के बाहर खाने-पीने की दुकानों की क्या कमी, किन्तु उस दिन सोमवार था; मेेरे साप्ताहिक व्रत का दिन। एक कोने में जूस की दुकान दिखाई दी। जूस पी लिया; अब क्या करूँ?

स्वामी जी को आराम का पूरा वक्त देना चाहिए। इस विचार से थोड़ी देर देहरादून की सड़क नापी; थोड़ी देर अखबार पढ़ा और फिर उसी अखबार को अस्पताल के गलियारे में बिछाकर अपनी लम्बाई नापी। किसी तरह समय बीता। दरवाज़े में झाँककर देखा, तो स्वामी के हाथ में फिर एक किताब थी।

समय था -दोपहर दो बजकर, 10 मिनट। किताब बन्द की। स्वामी जी ने पूछा कि क्या खाया और फिर बातचीत, वापस शुरू।

जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और आपदा प्रबंधन
Posted on 23 Jan, 2016 02:35 PM
भारत जैसे विकासशील देशों जहाँ कृषि एवं अन्य संसाधनों का उपयोग आजीविका और आर्थिक प्रगति के लिये आधारभूत प्राथमिक स्रोत के रूप में किया जाता है, में चुनौतियाँ विशेषकर ज्यादा गंभीर है। भूकम्प, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन आदि भौगोलिक आपदाओं की तुलना में जलवायु परिवर्तन से संबंधित आपदाओं का प्रभाव कहीं अधिक दर्ज किया गया (आरेख 1)।
तुरत-फुरत के नहीं, दीर्घकालिक नजरिए से हों प्रयास
Posted on 23 Jan, 2016 01:24 PM
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (जीबीडी) ने वायु प्रदूषण को विश्व में द
सम-विषम का सामाजिक प्रदूषण
Posted on 23 Jan, 2016 12:16 PM
दिल्ली की आबादी के हिसाब से मोटे तौर पर एक-चौथाई से कुछ अधिक
सम-विषम, कहें तो फौरी खुशफहमी
Posted on 23 Jan, 2016 11:26 AM

पर्यावरण का संकट मानव सभ्यता के विकास से सम्बन्धित है। आधुनिक जीवन पद्धति और विकास की दिश

मन्त्रियों की कबड्डी लीग
Posted on 23 Jan, 2016 10:27 AM


यह साफ हो चुका है कि पर्यावरण मन्त्री प्रकाश जावड़ेकर और गंगा संरक्षण मन्त्री उमा भारती के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। इसे यूँ समझिए कि गंगा दशा–दुर्दशा पर कोई भी सवाल उमा भारती की ओर ही उछाला जाता है क्योंकि उनके मन्त्रालय का नाम गंगा संरक्षण मन्त्रालय है।

लेकिन गंगा पर सबसे ललचाई नजर पर्यावरण मन्त्रालय की है। पिछले दिनों जब पर्यावरण मन्त्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में लिखकर दिया कि वह गंगा पर बाँध परियोजनाओं पर आगे बढ़ना चाहता है। (इस कॉलम में काफी पहले ही ये आशंका जताई गई थी) तो उमा भारती का सब्र का बाँध टूट गया, इसका हरगीज ये मतलब नहीं कि गंगा मन्त्रालय बाँध विरोध में है।

×