भारत

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संवेदनशून्य होता हमारा समाज
Posted on 04 Feb, 2011 04:51 PM

पर्यावरण दिवस पर ढेर सारे लेख लिखे जाते हैं, प्रदर्शनियाँ लगती हैं, भाषण होते हैं, कहाँ क्या-क्या बिग़ड़ा है, इसकी सूची भी बनती है। लेकिन फिर भी बाकी सालभर इसकी सूची को कम करने की तरफ शायद ही ध्यान जाएगा। जाने-अनजाने सूची को ब़ढ़ाने का काम होता रहता है। जब से पर्यावरण दिवस मन रहा है यानी 1972 से आज तक देश के पर्यावरण को सुधारने की तमाम कोशिशों के बावजूद यह चौतरफा दिन-दूना रात-चौगुना ही बिग़ड़ा है

water and people
आज भी पानीदार है छत्तीसगढ़ (दो)
Posted on 04 Feb, 2011 04:39 PM कहते हैं कि आज का तीन चौथाई रायगढ़ शहर तालाबों पर बसा है। शहर की सब
आज भी पानीदार है छत्तीसगढ़ (एक)
Posted on 04 Feb, 2011 04:31 PM छत्तीस गढ़ों वाले छत्तीसगढ़ की इस संपन्नता का कारण जाहिर है घने, ह
पश्चिम से निर्यातित मौत की लागत
Posted on 03 Feb, 2011 10:55 AM दुखद स्थिति तो यह है कि एक ओर देश के बंदरगाहों पर विदेशी औद्योगिक
जल प्रबंधन का लोकतंत्रीकरण यानी सार्वजनिक जल की पुनःदावेदारी : तमिलनाडु के अनुभव
Posted on 03 Feb, 2011 10:35 AM

परिचय


बनी-बनाई लीक से अलग हटकर कुछ अभिनव प्रयोगों पर आधरित है यह लेख।
पानी के लिए जनता की पहल
Posted on 02 Feb, 2011 04:10 PM

केरल का ओलवान्ना गांव भारत रास्ता दिखा रहा है


ओलवान्ना

भारतीय मानसून की विशेषताएं
Posted on 02 Feb, 2011 02:30 PM

भारत की जलवायु के बारे में कहा गया है कि भारत में केवल तीन ही मौसम होते हैं, मानसून पूर्व के महीने, मानसून के महीने और मानसून के बाद के महीने। यद्यपि यह भारतीय जलवायु पर एक हास्योक्ति है, फिर भी भारत की जलवायु के मानसून पर पूर्णतः निर्भर होने को यह अच्छी तरह व्यक्त करता है।

शुष्क बागवानी
Posted on 02 Feb, 2011 02:28 PM

ग्रीष्मकाल की चिलचिलाती धूप और तपतपाती गरमी से त्रस्त आंखों को चंद हरे-भरे पौधों के गमले या हरियाली युक्त बाग-बगीचे कितनी अधिक राहत दे सकते हैं, इससे तो सभी भली-भांति परिचित होंगे।

बाल नाटकः पृथ्वी को बुखार आ गया है
Posted on 02 Feb, 2011 01:41 PM

प्रथम दृश्य


नीलू की मां उसे लेकर स्कूल से घर लौट रही है।
नीलू – मां, तुझे पता है, आज टीचर ने क्या सिखाया हमें?

मां – हां बता तो।

नीलू – टीचर ने कहा, पृथ्वी को बुखार आ रहा है।

मां – क्या?

नीलू – बुखार, पृथ्वी बीमार हो गई है।

मां – अच्छा?

5जून-क्या खास है इस दिन
Posted on 02 Feb, 2011 01:37 PM


5 जून को विश्व भर में पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व का उपयोग करके युनेप (संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम) विश्व भर में पर्यावरणीय चेतना जगाने की कोशिश करता है।

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