भारत

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जब ईंधन नहीं रहेगा
Posted on 04 Jul, 2015 04:10 PM
दस साल से ऊपर की उम्र वाले अभी मोटरगाड़ियों को भूले नहीं हैं।
नदी के द्वीप
Posted on 03 Jul, 2015 10:03 AM फारसी शब्द ‘आब’ का अर्थ है जल। यह नदी का भी वाचक है। दो नदियों से घिरे स्थान को दोआब कहते हैं जैसे गंगा-यमुना का दोआब और पाँच नदियों वाला स्थान पंजाब
Ganga
कैसे होता है प्राचीन अवशेषों का काल-निर्धारण
Posted on 03 Jul, 2015 09:40 AM साबूदाना, जो भारत भर में उपवास के दिन फलाहार के रूप में खाया जाता है, क्या है? क्या यह खेत-जमीन में उगाया जाता है? या पेड़ पर लगता है?
नदी और मनुष्य
Posted on 03 Jul, 2015 09:36 AM ऋग्वेद के तीसरे मंडल के तैंतीसवें सूक्त में नदियों और विश्वामित्र के बीच जो संवाद मिलता है वह नदियों और मनुष्य के आदिम रिश्तों की अनोखी व्याख्या है।
कथा एक नद की महाबाहु ब्रह्मपुत्र
Posted on 03 Jul, 2015 09:32 AM ब्रह्मपुत्र असमिया जाति के इतिहास की धारा का प्रतीक है। यह विकासमान असमिया संस्कृति का महाकाव्य है। यह नदी नहीं नद है। यह किरातों को महानद है। यह मात्र जलधारा नहीं है, बल्कि इतिहास में विकासमान एक भावसत्ता भी है
ग्लोबल वार्मिंग की नई चुनौतियाँ
Posted on 02 Jul, 2015 01:18 PM बढ़ते तापमान के अलावा ऐसा और भी बहुत कुछ हमारी पृथ्वी पर हो रहा है,
बिलाते वनवासी
Posted on 02 Jul, 2015 01:03 PM अंडमान के आदिम कबीलों में से कई नष्ट हो गए, जो बचे हैं वे भी खत्म होने की कगार पर हैं। इसमें सरकारी नीतियों की भी बड़ी भूमिका रही है। उनकी जीन-शैली का अध्ययन किए बिना उन्हें मुख्यधारा में लाने के जो भी प्रयास हुए उनका प्रतिकूल असर ही दिखाई दिया। उनके खान-पान में बदलाव से अनेक बीमारियों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया, उनकी आबादी निरन्तर घटने लगी। अंडमान की अपनी विभिन्न यात्राओं के हवाले से वहाँ के
फ्लोरोसिस के साथ जिन्दगी
Posted on 02 Jul, 2015 12:44 PM


भारत में फ्लोरोसिस का पता 1930 के दशक में चला और तब से तकरीबन एक सदी बीतने के बावजूद यह एक विकराल समस्या के रूप में हमारे सामने मौजूद है। 1970 के दशक तक इस मसले पर कुछ गम्भीर शोध किये गए, मगर उस वक्त से अब तक इस विषय को लेकर कोई ढंग का रचनात्मक शोध नहीं हुआ है। जबकि इस दौरान समस्या और जटिल होती चली गई, जिससे इस समस्या पर काम करने वालों के लिये इससे जुड़कर आगे बढ़ना ही मुश्किल हो गया।

इस रोग से लाखों लोगों के पीड़ित होने के बावजूद वैश्विक स्तर पर इसके निदान के लिये कोई कार्यक्रम तैयार नहीं हुआ है और कोई ऐसी संस्था नहीं है जिसके पास इस रोग से मुकाबले की विशेषज्ञता हो, कुछ छोटे संस्थानों को छोड़कर जो इस दिशा में शोध कर रहे हैं और अपने नतीजों के सहारे फ्लोरोसिस से मुकाबला कर रहे हैं।

प्यास और विकास
Posted on 02 Jul, 2015 12:40 PM एक प्यास पानी की होती है और एक विकास की। पानी की प्यास जीवन बचाती है और विकास की प्यास सभ्यताओं का अग्रणी बनाती है। जाहिर है कि पानी और विकास दोनों की प्यास का होना जरूरी है। किन्तु पानी की प्यास बुझाए बगैर, विकास की प्यास की पूर्ति कभी नहीं हो सकती। यह एक वैज्ञानिक सत्य है। ऐसे में बगैर विनाश, विकास की प्यास रखने वालों के समक्ष यदि आज कोई सबसे बड़ी चुनौती है, तो यह कि इन दो प्यासों के बीच सन्तु
water
आपदा प्रबन्धन में असहाय
Posted on 02 Jul, 2015 12:36 PM देश में आपदा प्रबन्धन के लिए स्थापित किए गए विभागों पर लगभग दो करोड़
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