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पेरिस जलवायु समझौते के किन्तु-परन्तु
Posted on 21 Dec, 2015 12:34 PM तैयारी के तीन माह, सम्मेलन के 12 दिन-12 रातें, 50 हजार प्रतिभागी और समझौता मसौदा के 31 पन्ने: जलवायु दुरुस्त करने के मसले पर वैश्विक सहमति के लिये जैसे यह सब कुछ नाकाफी था; जैसे सबने तय कर लिया था कि इस बार नाकामयाब नहीं लौटेंगे। पेरिस जलवायु सम्मेलन की तारीखों में एक रात व एक दिन और जोड़े गए; वार- शनिवार, तारीख - 12 दिसम्बर, 2015।

सुबह 27 पेजी नया मसौदा आया और शाम को नया क्षण। समय- रात के सात बजकर, 16 मिनट; सजी हुई नाम पट्टिकाएँ, उनके पीछे बैठे 196 देशों के प्रतिनिधि, फ्रांसीसी विदेश मंत्री लारेंट फेबियस की मंच पर वापसी, साथ में संयुक्त राष्ट्र उच्चाधिकारी और माइक पर एक उद्घोषणा - “पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।’’
ड्रेनज सिस्टम बिगड़ा तो चेन्नई में आई बाढ़
Posted on 21 Dec, 2015 10:38 AM

चेन्नई सहित कई ऐसे शहर हैं जो पानी की कमी और बाढ़ की समस्या का सामना कर सकते हैं। दोनों सम

महंगी पड़ सकती है खेती-किसानी से बेपरवाही
Posted on 20 Dec, 2015 12:35 PM इन दिनों देश में बाहर की कम्पनियों को कारखाने लगाने के लिये न्योतने का दौर चल रहा है। जबकि देश की बहुसंख्यक आबादी के जीवकोपार्जन के जरिए पर सभी मौन हैं। तेजी से विस्तार पर रहे शहरी मध्य वर्ग, कारपोरेट और आम लोगों के जनमानस को प्रभावित करने वाले मीडिया खेती-किसानी के मसले में लगभग अनभिज्ञ है।
पेरिस में सबके लिये कुछ न कुछ
Posted on 20 Dec, 2015 11:52 AM
भारत को इस बात के लिये चिंतित होना चाहिए कि वह किस तरह अपने
भारत का नुकसान और फायदा
Posted on 20 Dec, 2015 10:40 AM भारत के लिये यह अनिवार्यता अब दोहरी है। पहला, हमें यह सुनिश्चित करन
पेरिस सम्मेलन की सफलता दुनिया के लिये उम्मीद की किरण
Posted on 20 Dec, 2015 10:29 AM जब जलवायु परिवर्तन समझौते में कार्बन उत्सर्जन कटौती पर सभी देशों म
भारत में जलवायु परिवर्तन के जोखिम
Posted on 20 Dec, 2015 09:53 AM जलवायु परिवर्तन की बढ़ती बारम्बारता, सघनता के प्रभावों और छोटे द्व
खाद्य सुरक्षा पर ग्लोबल वार्मिंग की आँच
Posted on 19 Dec, 2015 05:21 PM वैज्ञानिक रिपोर्टों में बताया गया है कि तापमान बढ़ने से गेहूँ और च
रियो से पेरिस तक लम्बा फासला तय हुआ
Posted on 19 Dec, 2015 04:50 PM

अगर पेरिस समझौते पर गौर करें तो पाएँगे कि 1992 में हुई मौलिक सहमति से हम कितना आगे निकल चुके है

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