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मानसून की पहेली
Posted on 23 Jul, 2017 12:00 PM


मानसून को वैज्ञानिक जैसे ही कुछ बेहतर ढंग से समझने लगते हैं, इस जटिल परिघटना की कुछ नई उलझनें सामने आ जाती हैं।

ट्राइकोडर्मा-जैविक खेती में उपयोगी कवक
Posted on 22 Jul, 2017 04:20 PM
“खाद्य सुरक्षा और पोषण के लक्ष्यों को प्राप्त करने, जलवायु परि
जी एम फसलों का खतरनाक खेल
Posted on 22 Jul, 2017 03:20 PM
जब एक ही फसल की दो किस्मों को परागण के स्तर पर मिलाया जाता है
GM Food
पेस्टीसाइडों का स्थायित्व और पर्यावरण प्रदूषण
Posted on 21 Jul, 2017 01:55 PM


पेस्टीसाइड (पीड़कनाशी) ऐसे रसायन हैं जो पौधों को क्षति पहुँचाने वाले कीटों, कवकों, सूत्रकृमियों, कृन्तकों एवं खरपतवारों को नष्ट करते हैं, या उन पर नियंत्रण रखते हैं। पेस्टीसाइडों को उनके प्रकार और उपयोग के आधार पर कीटनाशी, कवकनाशी, सूत्रकृमिनाशी, खरपतवारनाशी, शाकनाशी, आदि वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।

प्रकृति के मापन नियम
Posted on 21 Jul, 2017 12:48 PM
अन्तरिक्ष में जहाँ गुरुत्वाकर्षण नगण्य होता है वहाँ यदि दूध छ
आई सांस में सांस
Posted on 21 Jul, 2017 10:12 AM
इस सवाल का जवाब भला कौन नहीं जानता- हमारा शरीर सांस कैसे लेता है? यह भी कोई पूछने की बात है! हम नाक से सांस लेते हैं। लेकिन असल सवाल तो यह है कि सांस में हम अन्दर क्या लेते हैं। बच्चे जवाब में अक्सर बोल उठते हैं- ऑक्सीजन! शायद उन्होंने अपनी किताब में पढ़ा होता है कि सांस में हमें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है।
आत्मघाती विकास और पर्यावरण
Posted on 21 Jul, 2017 10:00 AM
भारत में वन की परिभाषा तय नहीं है। भारतीय वन अधिनियम 1927 में
क्या मानसून की भविष्यवाणी सम्भव है (Is monsoon prediction possible)
Posted on 20 Jul, 2017 01:28 PM


आम लोग और वैज्ञानिक दोनों ही प्राय: सोचते हैं कि मानसून (या मौसम) की सही-सही भविष्यवाणी क्यों नहीं हो पाती जबकि हमने तकनीकी प्रगति तो काफी कर ली है। हम सूर्यग्रहण और अंतरिक्ष में हजारों लाखों किमी. दूर घूमते कृत्रिम उपग्रहों की स्थिति की भविष्यवाणी तो इतनी सटीकता से कर लेते हैं। मौसम के बारे में ऐसा क्यों सम्भव नहीं हैं?

मानसून पहुँचने की सामान्य तारीखें
मानसून के मायने
Posted on 20 Jul, 2017 01:01 PM
मानसून शायद अकेला मौसम है जब पूरा देश निराशा की गर्त में डूबा होता है, जब तक वर्षा नहीं हो जाती, लोगों की साँसें अटकी रहती हैं।
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