प्रवीण कुमार
बादल बिन बरसात नहीं
Posted on 13 Aug, 2017 11:39 AMसावन भादों में जबर्दस्त बरसात होती है। बादलों के घुमड़-घुमड़ कर आने और पानी की बूँदों के झूम-झूम कर गिरने का मौसम। इंद्रधनुष देखने और रेनकोट पहन बारिश के बीच सड़कों पर निकलने का मजा हम इसी मौसम में ले सकते हैं। जैसे ही आसमान में बादल घुमड़-घुमड़ कर छाते हैं, मन झूमने लगता है। मौसमों का राजा भले ही बसंत को माना जाता है, लेकिन रेनी सीजन न हो तो धरती की रौनक खत्म हो जाए। जिस साल पर्याप्त
क्या मानसून की भविष्यवाणी सम्भव है (Is monsoon prediction possible)
Posted on 20 Jul, 2017 01:28 PM
आम लोग और वैज्ञानिक दोनों ही प्राय: सोचते हैं कि मानसून (या मौसम) की सही-सही भविष्यवाणी क्यों नहीं हो पाती जबकि हमने तकनीकी प्रगति तो काफी कर ली है। हम सूर्यग्रहण और अंतरिक्ष में हजारों लाखों किमी. दूर घूमते कृत्रिम उपग्रहों की स्थिति की भविष्यवाणी तो इतनी सटीकता से कर लेते हैं। मौसम के बारे में ऐसा क्यों सम्भव नहीं हैं?
विकास की बलि चढ़ते मैंग्रोव वन
Posted on 24 Aug, 2011 10:31 AMअपनी खास वनस्पतियों और जलीय विशेषताओं के कारण पहचाने जाने वाले मैंग्रोव वन कुछ ही दशकों में मिट सकते हैं। यह आकलन अमेरिकी शोधकर्ताओं के एक दल का है।सरदार सरोवर विवाद
Posted on 06 Dec, 2023 02:18 PMहाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने सरदार सरोवर बांध के निर्माण को हरी झण्डी दे दी, जो पिछले छह वर्षों से रुका पड़ा था। इस संदर्भ में कुछ तथ्य गौरतलब हैं। पिछले वर्ष भारत के कम्प्ट्रोलर व ऑडिटर जनरल (सी.ए.जी.) ने अपनी रिपोर्ट में उसी बात की पुष्टि की थी जिसे कई समितियां कहती आई हैं इन्दिरा सागर व सरदार सरोवर परियोजना के प्रभावित लोगों के पुनर्वास की स्थिति अत्यन्त घटिया है। मेग्सेसे पुरस्कार से सम्मानि
संदर्भ दरकते पहाड़ : खतरनाक नीति को कहा जाए अलविदा
Posted on 27 Oct, 2023 01:37 PMहिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से होने वाली आफत का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। लैंडस्लाइड, घरों के भरभरा कर गिरने और फ्लैश फ्लड की तबाही ने जहां सैकड़ों लोगों की जिंदगी को ख़त्म कर दिया है, वहीं हजारों जिंदगियों को ऐसी मुसीबत में डाल दिया है जहां से निकल कर फिर से खड़े होना उनके लिए बड़ी चुनौती है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश 25 साल पीछे चला गया है। ऐसे में इस बात क