प्रेम पंचोली

प्रेम पंचोली
जल पूजा के बन्द होने से गहराता जल संकट
Posted on 16 Sep, 2017 12:31 PM

आज वनों का दोहन, अविवेकपूर्ण विकास कार्य, खनन, बढ़ती हुई जनसंख
water
पास में जंगल है, वरना शौच कहाँ जाते
Posted on 15 Sep, 2017 01:33 PM

खुले में शौच जाने को मजबूर छात्र-छात्राएँ


विद्यालय के शौचालय के समक्ष खड़ी स्कूली छात्राएँपिछले दिनों उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जनपद की ऐसी खबर आई कि सम्पूर्ण जनपद शौचालय युक्त हो गया है। यह खबर कितनी सच है यह तो जमीनी हकीकत जानने से पता चलेगा। यहाँ हम उत्तरकाशी जनपद के अन्तर्गत राजकीय इण्टरमीडिएट काॅलेज गेंवला ब्रह्मखाल की ऐसी ही खबर का जिक्र करने जा रहे हैं, जहाँ 422 छात्र-छात्राएँ आज भी खुले में शौच जाने के लिये मजबूर हैं। 422 छात्रों में लगभग 200 छात्राएँ हैं। जबकि काॅलेज परिसर में चार शौचालय काॅलेज भवन के साथ बने थे। मगर ये शौचालय कभी उपयोग में नहीं लाये गए।

उल्लेखनीय हो कि एक तरफ स्वच्छ भारत अभियान की दुहाई दी जा रही है और दूसरी तरफ 422 छात्र-छात्राएँ आज भी खुले में शौच के आदी हो गए हैं। उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय से महज 40 किमी के फासले पर राजकीय इण्टरमीडिएट काॅलेज गेंवला ब्रह्मखाल है। यह विद्यालय दूरस्थ की श्रेणी में भी नहीं आता है। यह विद्यालय तो विश्व प्रसिद्ध यमनोत्री, गंगोत्री धार्मिक स्थल को जाने वाली मुख्य मार्ग पर स्थित है।
विद्यालय के शौचालय के समक्ष खड़ी स्कूली छात्राएँ
क्युमुलोनिंबस बादल फटने से मचती है तबाही
Posted on 12 Sep, 2017 04:10 PM

हमारे देश में हर साल मानसून के समय पानी से भरे हुए बादल उत्तर की ओर बढ़ते हैं, जिनके लिये

disaster
जल संकट की चपेट में देहरादून
Posted on 29 Jun, 2017 10:59 AM


अब मात्र 10 से 15 दिनों के बाद उत्तराखण्ड में मानसून दस्तक दे देगा, जैसा की मौसम विभाग की भविष्यवाणी है। किन्तु इतने दिनों तक राज्यवासियों के हलक कैसे तर होंगे? जो अहम सवाल है। लगातार राज्य में भूजल का स्तर गिरते जा रहा है और सम्बन्धित विभाग है जो कुम्भकरणी नींद में डूबा है।

दून घाटी में बढ़ता जल संकट
कहीं गंगा एक्शन प्लान न बन जाय नमामि गंगे
Posted on 29 Jun, 2017 10:13 AM


दिल्ली, हरिद्वार, ऋषिकेश, वृन्दावन, वाराणसी और इलाहाबाद जैसे धार्मिक नगरों में पूर्ण रूप से सीवेज प्रबन्धन किया जाएगा। यह तब होने जा रहा है जब ‘नमामि गंगे’ परियोजना आरम्भ हो चुकी है। हालांकि यह बात आज भी सच नहीं लग रही है। क्योंकि इससे पूर्व भी ‘गंगा एक्शन प्लान’ का हश्र लोग देख चुके हैं। जिसमें हजारों करोड़ रुपए गंगा में बहकर चल दिये।

त्रिवेणी में प्रदूषित गंगा नदी
जल संवर्द्धन की बात ना 100 दिनों और ना आने वाले दिनों में
Posted on 27 Jun, 2017 01:13 PM


सूचना एवं लोक सर्म्पक विभाग द्वारा आयोजित सरकार के सौ दिन पर एक विशाल सम्मेलन का आयोजन बीते 25 जून को राजधानी के विशाल मैदान परेड ग्राउंड में किया गया। इस सम्मेलन के पश्चात और पहले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने क्रमशः देहरादून के टपकेश्वर, मुख्यमंत्री आवास कैंट रोड देहरादून और उधम सिंह नगर में सरकार के 100 दिन की सफलता का बखान किया है।

उत्तराखण्ड सरकार के 100 दिन पूर्ण होने पर पुस्तिका का विमोचन करते मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत
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