प्रदीप सिंह
प्रदीप सिंह
सामाजिक एवं धार्मिक महत्त्व की सई नदी पर संकट
Posted on 14 Nov, 2015 12:30 PMउत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियों में सई नदी का नाम प्रमुख है। हरदोई जिले के भिजवान झील से निकलकर यह नदी जौनपुर के राजघाट में गोमती नदी से मिल जाती है। हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और जौनपुर से गुजरते हुए 715 किलोमीटर पर इस नदी की यात्रा समाप्त होती है। सई गोमती नदी की मुख्य सहायक नदी है।

पर्यावरण सम्मेलन में भारत बनाएगा जीवनशैली को मुद्दा
Posted on 10 Nov, 2015 11:14 AM दिसम्बर माह विश्व पर्यावरण के इतिहास में मील का पत्थर बनने जा रहा है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में विश्व भर के पर्यावरणविदों के साथ 190 देशों के सरकारों के प्रतिनिधि इसमें हिस्सा लेंगे। सम्मेलन 30 नवम्बर से 11 दिसम्बर तक यह सम्मेलन चलेगा।
ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन ने बनाया बाँध
Posted on 03 Nov, 2015 11:01 AMब्रह्मपुत्र नदी पर हाइड्रोपावर परियोजना का चालू होना खतरे का संकेत है। सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, च

दिल्ली सचिवालय का सदाबहार तालाब
Posted on 03 Nov, 2015 09:54 AMतालाब में इकट्ठे पानी का मुख्य स्रोत वर्षाजल एवं यमुना से आने वाला
तालाबों के संरक्षण का सरकारी तरीका
Posted on 03 Nov, 2015 09:25 AM दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए दिल्ली के तालाबों, जलाशयों, झीलों और बावड़ियों की स्थिति रिपोर्ट और उनके संरक्षण के लिये सरकार की नीति एवं उठाए गए कदम की जानकारी माँगी थी। उसके बाद दिल्ली में तालाबों एवं जलाशयों की स्थिति पर एक सर्वेक्षण कराया गया। सर्वेक्षण में कई तालाब लुप्त हो चुके थे।

ग्लोबल वार्मिंग को समझने की जरूरत
Posted on 29 Oct, 2015 09:39 AMजलवायु परिवर्तन को मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा बताते हुए जेटली ने
दिल्ली के भूजल में पानी कम रसायन अधिक
Posted on 18 Oct, 2015 12:34 PM दिल्ली में लाखों लोग पानी के साथ लेड, कैडमियम, फ्लोराइड, नाइट्रेट व क्रोमियम जैसे भारी तत्वों का सेवन कर रहे हैं। इन तत्वों से हड्डियाँ प्रभावित होती हैं और बच्चों के स्वांस तंत्र को नुकसान पहुँचता है। इतना ही नहीं, कई मामलों में तो ये कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का कारण भी बन जाते हैं।
दिल्ली के तालाबों में कंक्रीट के जंगल
Posted on 03 Sep, 2015 11:56 AM दिल्ली में पानी की कमी है। दूसरे राज्यों से आने वाला पानी दिल्ली की प्यास बुझाता है। एक समय था जब दिल्ली में पानी की कोई कमी नहीं थी। दिल्ली के शासकों ने भी शहर में बड़े-बड़े तालाब और झील बनवाए थे। नीला हौज, हौज खास, भलस्वा और दक्षिणी दिल्ली रिज में कई बड़े झील थे। तब दिल्ली के तालाबों और झीलों में लबालब पानी भरा होता था जो पीने और सिंचाई के काम आता था। लेक
दिल्ली में बेहाल यमुना
Posted on 26 May, 2015 10:46 AMशहरी सभ्यता से नदियों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। भारत में गंगा एवं यमुना नदी की उपयोगिता को देखते हुए इसे माँ की संज्ञा दी गई है। गंगा-यमुना को यदि अलग कर दिया जाए तो उत्तर भारत की कृषि और संस्कृति निष्प्राण हो जाएगी। करोड़ों लोगों के जीवन और आस्था की प्रतीक गंगा एवं यमुना इस समय प्रदूषण से जूझ रही है। केन्द्र सरकार गंगा एवं यमुना की सफाई के लिए दशकों