अरुण तिवारी
अरुण तिवारी
जल प्रबन्धन में जवाबदारी की चुनौती
Posted on 09 Jan, 2015 01:04 PM जिस तरह कैंसर का निदान उसके स्रोत से किया जाता है, उसी तरह प्रदूषणबातें सब की ठीक, पर खूँटा वहीं गड़ेगा
Posted on 26 Nov, 2014 01:36 PM 2015-16 जल संरक्षण वर्ष होगा। इस वर्ष के दौरान “हमारा जिला : हमारा जल’’ के नारे को लेकर जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सरंक्षण मंत्रालय, हर जिले में पहुंचेगा। भारत के प्रत्येक जिले में पानी की दृष्टि से एक संकटग्रस्त गांव को ‘जलग्राम’ के रूप में चुनकर जल संकट से मुक्त किया जाएगा। भारत जल सप्ताह के सालाना आयोजन की अगली तारीखें 13-17 जनवरी, 2015 तय की गईं हैं।इन तारीखों तक मंत्रालय, जलग्राम की सूची तैयार कर लेगा। प्रत्येक जिले की जल संरचनाओं को चिन्हित करने का काम भी इन तारीखों तक पूरा हो जाएगा। मंत्रालय चाहता है कि भारत का कोई प्रखंड ऐसा न छूट जाए, जिसके बारे में यह ज्ञात न हो कि उसमें कितनी जल संरचना, कहां-कहां और किस स्थिति में हैं। इस समूची तैयारी के लिए जल संसाधन मंत्रालय के अधिकारी, प्रधानमंत्री कार्यालय की रफ्तार में काम कर रहे हैं।
गांव की स्लेट पर सुलेख लिखेंगे सांसद
Posted on 20 Oct, 2014 04:07 PM आज भारत आर्थिक साम्राज्यवाद की जिस मंडी की गिरफ्त में है, वहां आदरअरवरी संसद : स्वनुशासन से सुशासन का एक सफल प्रयोग
Posted on 25 Jan, 2014 12:50 PMइस काम की सबसे बड़ी बात यह रही कि इसने संवाद, सहमति, सहयोग, सहभागद बेस्ट प्रैक्टिस: हुबली-धारवाड़
Posted on 12 Jan, 2014 04:11 PMवर्ष 2008 से 2011 के दौरान धारवाड़ जिला प्रशासन ने हुबली-धारवाड़ में खुली भूमि, झीलों-तालाबों, पहाड़ियों और सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित व संरक्षित करने का काम कुछ इस तरह से अंजाम दिया गया कि इसके प्रभाव अद्भुत हैं। इस कार्य को वर्ष 2011-12 में व्यक्तिगत श्रेणी के प्रधानमंत्री पुरस्कार से नवाजा गया। इस कार्य में प्रशासन द्वारा सभी सूचनाओं को साझा करने की पहल निर्णायक भूमिका रही। प्रस्तुत है इसक्या सीधे शोक प्रस्ताव ही पास करेगी सरकार ?
Posted on 20 Mar, 2012 10:28 AMक्या जीडी अग्रवाल की मौत के बाद ही जागेंगी हमारी संवेदनायें? क्या सरकार ने तय कर लिया है कि वह जीडी अग्रवाल की ’गंगा रक्षा मांग’ को मानने की बजाय उनकी मृत्यु पर सीधे शोक प्रस्ताव ही पास करेगी ? सरकार ने श्रीप्रकाश जायसवाल को बतौर प्रतिनिधि भेजा था। क्या जायसवाल जीडी अग्रवाल की मांग पर अंतिम निर्णय लेने में सक्षम थे ?कब तक सहेंगे हम मां गंगा की अनदेखी?
Posted on 13 Mar, 2012 04:16 PMस्वामी ज्ञानस्वरूप के जल त्याग को व्यापक समर्थन की अपील
मित्रों! क्या किसी की मृत्यु पर शोक जताने की रस्म अदायगी मात्र से हमारा दायित्व पूरा हो जाता है? गंगा के लिए प्राण देने वाले युवा संत स्व. स्वामी निगमानंद उनके बलिदान पर शोक जताने वालों की बाढ़ सी आ गई थी। समाचार पत्रों ने संपादकीय लिखे। चैनलों ने विशेष रिपोर्ट दिखाई। स्वयंसेवी जगत ने भी बाद में बहुत हाय-तौबा मचाई। गंगा एक्सप्रेसवे भूमि अधिग्रहण के विरोध में रायबरेली और प्रतापगढ़ में मौतें हुईं।
नदियों को ऊपर नहीं, भीतर से जोड़ने की जरूरत
Posted on 02 Mar, 2012 11:37 AMजिन नदियों को यह कहकर दूसरी नदियों से जोड़ा जा रहा है, उनके पानी में लगातार कमी आ रही है। नदियों में निर्मल जल न
प्रतापगढ़ में सई संवाद – दो
Posted on 24 Nov, 2011 02:59 PMकुण्डों, बीहड़ों और घुमावों वाली सई नदी की संवाद-यात्रा के दौरान सई के विभिन्न पहलुओं से परिचय