नई दिल्ली, 16 जनवरी, (आई.ए.एन.एस) ‘भारत की किफायती शौचालय प्रणाली ‘सुलभ शौचालय’ को पूर्वी अफ्रिकी देश युगांडा में शीघ्र ही प्रारम्भ किया जाएगा।’ यह जानकारी सुलभ संस्थापक डॉ. बिन्देश्वर पाठक ने दी।
यूनिसेफ और युगांडा की सरकार के सहयोग से सुलभ द्वारा देश में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा।
डॉ. पाठक ने कहा, ‘हर मुद्दे पर विचार-विनिमय हो रहा है। हम शीघ्र ही युगांडा में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करेंगे। हम तकनीक की व्यवस्था करेंगे, एक साल तक उसका रख-रखाव करेंगे, उसके बाद इन्हें स्थानीय पालिका को सौंप दिया जाएगा।’
हम भारतीय गैर-सरकारी संगठन ने अफगानिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, भूटान, नेपाल, लाओस तथा इनके अलावा इथियोपिया-जैसे दस अफ्रिकी देशों में सार्वजानिक शौचालयों के निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सुलभ ने अफ्रिकी देशों के लिए स्वच्छता तकनीकों पर क्षमता निर्माण कार्यशाला भी आयोजित की थी, जो यू.एन. के एजेंडा के जल, स्वच्छता, स्वास्थ्य और स्वच्छता के टिकाऊ विकास के सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों की उपलब्धि की दिशा में एक प्रयास था।
यू.एन. हैबीटाट के अनुरोध पर इस गैर-सरकारी संगठन ने ‘सोशल मार्केटिंग ऑन सैनिटेशन’ (स्वच्छता के सामाजिक विपणन) पर एक पुस्तिका भी प्रकाशित की थी।
क्षमता विकास के इस कार्यक्रम ने स्वच्छता पर विचारों का आदान-प्रदान करने स्वच्छता तकनीकों पर विचार विनिमय करने और अन्य देशों में आवश्यक माने जाने वाले परिवर्तनों के साथ उनके परीक्षण करने का अवसर प्रदान किया।
अंग्रेजी से अनूदित
साभार: सुलभ इंडिया फरवरी 2012
थाइंडियन समाचार 16 जनवरी 2012
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