स्कूल में साफ-सफाई कार्यशाला लगाएं तो बनेगी बात

सुश्री वैशाली चैहान

दो वर्ष पूर्व सुलभ स्कूल सेेनिटेशन क्लब के सदस्यों को असम-सरकार के माननीय जन-स्वास्थ्य-इंजिनियरिंग-सचिव श्री हेमेंद्र बोरा के नेतृत्व में असम के माननीय मुख्य मंत्री श्री तरुण गोगोई से खानपारा स्थित उनके निवास पर बातचीत का अवसर मिला।

मुख्यमंत्री कक्ष में सदस्यों ने सुबह 10.30 बजे प्रवेश किया। उन्होंने मुख्यमुंत्री को गुलदस्ता भेंट किया। नागालैंड में शुचिता-शिक्षा-कार्यक्रम की सफल समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें मिलने के लिए आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री सेनिटेशन क्लब की गतिविधियों से अत्यंत प्रभावित हुए थे। उनका कहना था कि छात्राओं ने जो कार्य किए हैं, वे प्रशंसा के योग्य हैं। एक-एक करके छात्राओं ने अपना-अपना परिचय दिया और बताया कि वे किस क्षेत्र के हैं।

माननीय मुख्यमंत्री ने अपनी बात यह कहकर शुरू की कि जो कार्य छात्राएं कर रही हैं, वह कितना अच्छा है। असम के ऊपरी इलाकों में जोरहाट, गोलाघाट, करबी अंगलोंग, टीटाबोर ओर डिब्रूगढ़ क्षेत्र में इस तरह का कार्य बृहद् पैमाने पर करने की जरूरत है। उन्होंने जन स्वास्थ्य-इंजीनियरिंग-सचिव श्री बोरा को ओदश दिया कि वह उन क्षेत्रों में लड़कों और लड़कियों के लिए शुचिता-संबंधी कार्यशालाएं चलाएं। राष्ट्रीय संयोजक ने माननीय मुख्यमंत्री को बताया कि भारत के दूसरे क्षेत्रों में सुलभ स्कूल सैनिटेशन क्लब की विस्तृत गतिविधियां किस तरह चल रही हैं।

माननीय श्री गोगोई ने अपनी शिक्षा-दीक्षा और पृष्ठभूमि के बारे में बताया और इस बात पर बल दिया कि एक व्यक्ति को अपने सपने के महत्त्व को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्होंने छात्राओं का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा, यदि उनके कार्य चुनौतियों से भरे भी हों तो उनका मुकाबला करना चाहिए, यानी उन्हें अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में लगे रहना चाहिए।

छात्राओं ने उनसे पूछा कि राज्य में स्वच्छता-सुविधाएं उपलब्ध कराने के सिलसिले में उन्हें किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।

स्कूली शिक्षा एक अच्छा नागरिक बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। असम में सुलभ इंटरनेशनल द्वारा आयोजित एक बैठक में मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने स्कृली शिक्षा या स्कूली जीवन में सेनिटेशन के महत्व से छात्र-छात्राओं को परिचित कराने पर जोर दिया और कहा कि स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए शुचिता संबंधी कार्यालय स्कूलों में चलाए जाएं।

उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि किस प्रकार उन्होंने चुनौतियों का मुकाबला किया। ग्यारहवीं कक्षा की एक छात्रा सुश्री अनुक्ति को लगा कि बैठक लाभकारी साबित हुई है। उन्होंने कहा, ‘हमारा समूह असम की ऊंचाई वाले क्षेत्रों के विद्यालयों में भावी कार्यक्रमों की योजना पर बल दे रहा है।’

 

माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने यह कहते हुए छात्राओं को एक बार फिर आमंत्रण दिया कि वे जब भी असम में आएं तो उनसे मुलाकात अवश्य करें।

साभार : सुलभ इंडिया

Path Alias

/articles/sakauula-maen-saapha-saphaai-kaarayasaalaa-lagaaen-tao-banaegai-baata

Post By: iwpsuperadmin
×