संगीता बाल स्वास्थ्य मन्त्री
मैं आपको खादर की एक कहानी सुनाने जा रही हूँ। मैं संगीता आज से दो-तीन साल पहले खादर की गन्दगी से बहुत परेशान थी और मेरे जैसे खादरवासी भी परेशान थे पर हम कुछ कर नहीं सकते थे। उसके बाद हमारे खादर बी-2 ब्लॉक में खादर सुधार अभियान चलाया गया जिससे कि खादर को सुन्दर बनाया जा सके यह सुनकर मन को सुकून पहुँचा। इस अभियान में खादर की कुछ महिलाएँ भी शामिल थीं। फिर मैं और कई बच्चे भी उस संस्था (फोर्स) का हिस्सा बने। फोर्स संस्था के साथ हम बाल स्वास्थ्य मन्त्री और महिलाएँ नारी निर्मल आवास समिति के सदस्यों की तरह काम करने लगे। हम सभी ने मिलकर इस बात पर विचार किया कि गन्दगी, खुले में शौच, पानी, स्वास्थ्य की समस्या को किस तरीके से खत्म करें ताकि हमारा ब्लॉक सबसे अच्छा और साफ-सुथरा दिखे। हम सब किस तरीके से अच्छी तरह रह सकें ताकि हमें कोई बीमारी न हो। हम सब फोर्स के साथ मिलकर काम करने लगे। जिसमें हमें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा फिर भी हम पीछे नहीं हटे।
हमने खुले में शौच करने से लोगों को रोका और सिटी बजाओ अभियान चलाया। हमें बहुत लोगों ने ऐसा करने से रोका, हमारे माता-पिता ने भी मना किया पर जब हमने उनको समझाया की खुले में शौच करने से क्या-क्या बीमारियाँ होती हैं तब उन्होंने हमारा साथ दिया और हौसला भी बढ़ाया।
उसके बाद हम सब मिलकर इस अभियान को और तेजी से करने लगे और हमारा साथ कुछ नारी निर्मल आवास की सदस्यों ने भी दिया। हम सभी ने अपना-अपना काम बाँट। हम काम करते रहे तथा हमारे इस प्रयास से खुले में शौच करने वालों को डर और शर्म आने लगी। कई बार वो हमें गन्दी-गन्दी गालियाँ भी देते थे, कहते कि तुम हो कौन हमें कुछ कहने वाले पर हम सब सिर्फ उन्हें समझाने में लगे रहे कि किस त
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