नई दिल्ली : छह देशों के प्रतिनिधि और सौ से अधिक बच्चों ने मंगलवार को कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में ‘सबके लिए शौचालय’ की शपथ ली।
अन्तरराष्ट्रीय शौचालय महोत्सव के एक भाग के रूप में आयोजित विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर इस घटना का संयुक्त आयोजक था सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एन.डी.एम.सी)। इसमें माननीय सांसद श्री विजय गोयल सम्मिलित थे। पूर्व कथित स्कैवेंजरों, जो अब सुलभ की ‘नई दिशा’ की सदस्य हैं, ने भी इसमें अपनी सहभागिता की।
श्री गोयल के नेतृत्व में आरम्भ किए गए अभियान में छात्र और ‘नई दिशा’ की महिलाएँ टॉयलेट सीट और कनस्तर की प्रतिकृति लिए हुए थे। स्वच्छता के सन्देश के रूप में 1,000 बैलून छोड़े गए। तत्पश्चात पार्क के चारों ओर एक मानव श्रृंखला तैयार की गई और लोगों के द्वारा प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘स्वच्छता अभियान’ के तहत ‘सबके लिए शौचालय’ और ‘आस-पास की स्वच्छता’ की शपथ ली गई।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने अपने क्षेत्र में इस आयोजन का इश्तहार लगाया था, जिसमें सन्देश था ‘सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बनाए रखें’,’न थूकें’। इस अभियान में अलग-अलग स्कूलों के बच्चे भी सम्मिलित थे, जो सुलभ स्कूल सेनिटेशन क्लब के सदस्य थे।
इस अवसर पर सुलभ इंटरनेशनल की वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. सुमन चहर ने कहा कि ‘इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत सभी घरों, विद्यालयों और सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों की आवश्यकता के प्रति लोगों में जागरूकता लाना है।’ उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा ‘सबके लिए शौचालय’ अभियान शुरू किया जा चुका है। हम लोग इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए इसमें सम्मिलित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये महिलाएँ, जो पूर्व में स्कैवेंजर थीं, अब डिटर्जेंट, अचार तथा अन्य दस्तकारी द्वारा एक सम्मानजनक जीवन जी रही हैं, वे भी अब इस आन्दोलन का हिस्सा हैं।
सुलभ की ‘नई दिशा’ योजना के तहत राजस्थान के अलवर एवं टोंक की क्रमश: 115 और 280 तथा नेकपुर, गाजियाबाद की 21 महिलाओं को विशेष वोकेशनल ट्रेनिंग प्रदान की गई। इनके लिए पहले ‘स्कैवेंजर’ शब्द का प्रयोग किया जाता था। अब ये एक प्रतिष्ठित जीवन जीती हैं, पूजा स्थलों में प्रवेश पाती हैं और स्वयं तथा अपने परिवार के लिए अच्छा खासा उपार्जन करती हैं। इस शौचालय अभियान के तहत हम ऐसी लाखों महिलाओं को पुनर्वासित करना चाहते हैं।
अंग्रेजी से साभार अनूदित
साभार : टाइम्स ऑफ इण्डिया नवम्बर 2014
सुलभ इण्डिया नवम्बर 2014
/articles/sabakae-laie-saaucaalaya-kai-chaataraon-kai-parataijanaa