पॉकेट मनी से समाज सेवा

भावना रावत

‘मंगल पर पहुँच गए हम, यह गन्दगी कब होगी कम’, यह प्रेरणा वाक्य था उसका। उम्र ज्यादा नहीं थी, लेकिन उसके पास जज्बा जरूर था। समाज के लिए कुछ कर गुजरने के उसके इसी उत्साह का नतीजा है कि बड़े-बड़े भी अब उसका लोहा मानते हैं। जब प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता अभियान चलाया, तो उसके गृह राज्य उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री हरीश रावत को यह कहने में कोई झिझक नहीं हुई कि हमारे यहाँ एक युवक यह सब पहले से ही कर रहा है। वह युवक है देहरादून का अभिजय नेगी। प्रचार से दूर रह कर अभिजय एक संगठन- मेकिंग ए डिफरेंस बाई बीइंग द डिफरेंट (मैड) के जरिये 2011 से ही सामाजिक कार्य में लगे हुए थे।

अभिजय को समाज सेवा की प्रेरणा भोपाल गैस त्रासदी से मिली थी। उस समय अभिजय देहरादून के ब्राइटलैंड स्कूल में पढ़ रहे थे। एक दिन अपने पापा के साथ टीवी देखते हुए वे खाना खा रहे थे, उसी समय एक न्यूज चैनल पर भोपाल गैस त्रासदी पर एक डाक्यूमेंट्री फिल्म चल रही थी। संवेदनशील स्वभाव के अभिजय का दिल यह देखकर द्रवित हो गया कि त्रासदी में मारे गए करीब 25 हजार लोगों को कोई मुआवजा नहीं मिला है। वह बीच में ही भोजन छोड़ कर अपने दोस्तों के साथ फोन पर गैस पीड़ितों की आर्थिक मदद के लिए योजना बनाने लगे। चन्दे के लिए वह स्कूल और कॉलेज के पदाधिकारियों के नाम पत्र लिखने की तैयारी करने लगे। जब वह उन्हें पत्र भेजने जा रहे थे, तभी उनके पिता की नजर इस पर पड़ी। वे जोर-जोर से हँसने लगे और कहने लगे कि इतने बड़े मुद्दे पर तुम क्या कर पाओगे? अभी तुम बच्चे हो, पहले अपनी बोर्ड परीक्षा दो, फिर कुछ सोचना। उस समय वह पत्र भेजने से रुक गए, लेकिन मन ही मन उन्हें यह बात कचोटती रही कि उसे इस बात का अफसोस नहीं रहना चाहिए कि उसने भोपाल गैस पीड़ितों के लिए कुछ नहीं किया। उनका यह प्रयास एक दिन रंग लाया।

अभिजय की इसी सोच ने आज मैड को उस जगह पर खड़ा कर दिया है, जहाँ खाली समय में युवा समाज के लिए कोई-न-कोई रचनात्मक कार्य करते हैं। इसके तहत सफाई एवं जागरूकता अभियान, वृक्षारोपण, गरीबों में खाद्य एवं जरूरी सामान बाँटने आदि शामिल हैं। खास बात यह कि मैड के पास न कोई ऑफिस है, न पैसा। संगठन का खर्च उसके सदस्य, जो पढ़ाई कर रहे छात्र हैं, अपनी पॉकेट मनी से चलाते हैं। तमाम परेशानी के बावजूद आज चार साल बाद भी उनके अभियान पर कोई असर नहीं पड़ा है। यही कारण है कि उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री हरीश रावत ने प्रधानमन्त्री मोदी को नहीं, बल्कि मैड को स्वच्छ भारत अभियान का असली प्रेरणा स्रोत बताया।

साभार : लोकस्वामी 15 मार्च 2015   

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