मनीष वैद्य
मध्यप्रदेश में देवास जिले की टोंकखुर्द तहसील के नांदेल की श्रीमती जना बाई, कुंता बाई और अयोध्या बाई इन दिनों काफी खुश हैं। इनकी हैसियत ऐसी नहीं थी कि खुद अपने घर शौचालय बनवा सकें लेकिन अब इन तीनों के घरों में बन रहे शौचालय इनकी खुशी का एक कारण तो है लेकिन इससे ज्यादा वे इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें खासकर, बरसात के दिनों में परेशानी नहीं होगी। स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाये जा रहे शौचालय के इन हितग्राहियों के चेहरे पर प्रसन्नता के साथ आत्म सम्मान और स्वाभिमान भी स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
इन्होने बताया कि पंचायत द्वारा शौचालय बनवाये जा रहे हैं। हमारे घरों में शौचालय नहीं होने के कारण शौच के लिये बाहर ही जाना पड़ता है। सड़क के किनारे घर होने से और भी दिक्कतें होती हैं। अब पहले जैसे पेड़ और झाड़ियाँ भी नही रही। इस कारण महिलाओं और लड़कियों को तो बेहद परेशानी होती है। बरसात के दिनों में तो जैसे परेशानियों का पहाड़ ही टूट पड़ता है। यदि बीमार हो गये तो मुश्किलें और भी बढ़ जाती है। अब हमारा शौचालय बन रहा है, हमें किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
हमारे घरों में शौचालय नहीं होने के कारण शौच के लिये बाहर ही जाना पड़ता है। सड़क के किनारे घर होने से और भी दिक्कतें होती हैं। अब पहले जैसे पेड़ और झाड़ियाँ भी नही रही। इस कारण महिलाओं और लड़कियों को तो बेहद परेशानी होती है। बरसात के दिनों में तो जैसे परेशानियों का पहाड़ ही टूट पड़ता है। यदि बीमार हो गये तो मुश्किलें और भी बढ़ जाती है।
श्रीमती अयोध्या बाई ने कहा कि यदि हमारी हैसियत होती तो हमारे घर कब का शौचालय बनवा लेते लेकिन अब सरकार बनवा कर दे रही है। यह योजना बहुत अच्छी है तथा इससे हमें बहुत सुविधा हो जायेगी। जब उनसे कहा कि यदि उनके परिवार में बिटिया का कहीं विवाह सम्बन्ध हो रहा हो तो वे बेटी के होने वाले ससुराल पक्ष से यह जरूर पूछें कि उनके घर में शौचालय है या नहीं? तो उन्होंने सहमति जताई और आश्वासन दिया कि वे इस बात का ध्यान अवश्य रखेंगी। उन्होने यह भी कहा कि शौचालय हमारे सम्मान और स्वास्थ्य से जुड़ा है इसलिये वे इसकी देख-रेख और साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखेंगी।
नांदेल के सरपंच जसवंत सिंह यादव ने बताया कि गाँव में 496 परिवार हैं जिनमें से करीब 60 प्रतिशत परिवारों के घरों में शौचालय हैं तथा बाकी घरों में शौचालय बनवाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत सभी घरों के साथ स्कूलों, आँगनवाड़ी केन्द्रों आदि में शौचालय बनवाने और साफ-सफाई के प्रति विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शौचालय बनवाने के लिये प्रत्येक हितग्राही को 12 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही। यदि पंचायत के माध्यम से शौचालय बनवाये जा रहे हैं तो हनीकोम जुड़ाई वाले दो लीजपिट के शौचालय होंगे। शौचालय के पास पानी की टंकी भी बनाने का प्रावधान है।
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