विनोद श्रीवास्तव/एसएनबी
नई दिल्ली। केन्द्र सरकार के स्वच्छता अभियान से कदम ताल मिलाते हुए रेलवे ने महत्वपूर्ण स्टेशनों की सफाई व स्वच्छता पर खासा जोर देने का निर्णय लिया है। अपने इस निर्णय को अमलीजामा पहनाने के लिए रेलवे ने 290 महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिए अलग से ‘क्लीननेस एण्ड सेनिटेशन एट स्टेशन’ कोष बनाने की घोषणा की है ताकि इन स्टेशनों की व्यापक रूप से सफाई के लिए धन का इन्तजार न करना पड़े। सभी जोनल रेलवे से कम से कम ऐसे तीन महत्वपूर्ण स्टेशन चिन्हित करने को कहा गया है। इस कोष से सफाई पर खर्च होने वाले धन की मन्जूरी अपर मण्डल रेल प्रबन्धक देंगे और वही सफाई कार्यों की निगरानी भी करेंगे।
रेलमन्त्री सुरेश प्रभु ने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों की सफाई पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देने को कहा है। इसी के मद्देनजर पिछले दिनों 50 महत्वपूर्ण स्टेशनों की सफाई व्यवस्था एक ही एजेंसी को देने के लिए आउटसोर्सिंग के नए नियम लागू किए गए थे। स्टेशन पर सफाई के हर काम की जिम्मेदारी एजेंसी की होगी। उसे प्लेटफार्म, ट्रैक,सरकुलेटिंग एरिया, वेटिंग रूम व टॉयलेट समेत कॉनकोर्स की स्वच्छता का ध्यान रखना होगा।
स्वच्छता के दायरे को बढ़ाते हुए अब 290 और महत्वपूर्ण स्टेशनों की सफाई के लिए अलग से कोष स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इस कोष से प्लेटफार्म, ट्रैक, कॉनकोर्स, सरकुलेटिंग एरिया, वेटिंग रूम, टॉयलेट व पेस्ट कंट्रोल आदि की सफाई का कार्य कराया जाएगा।
इसके अलावा कोष की धनराशी सफाई अनुबंध, जरूरी मरम्मत, सफाई के लिए जरूरी सामान की खरीदारी, अतिरिक्त सफाई कर्मचारी को बुलाने, जरूरी सफाई मशीन को किराए पर लेने, सफाई के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पम्फलेट-साइनबोर्ड बनवाने, सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों व सुपरवाइजरों की ट्रेनिंग के लिए कार्यशाला आयोजित करने, जहाँ ठेकेदार नहीं है, वहाँ सफाई व्यवस्था करने और हाउसकीपिंग पर भी खर्च की जाएगी।
साभार : राष्ट्रीय सहारा 5 जनवरी 2015
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