शोध पत्र

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पंचायत समिति देवली की भूजल स्थिति
Posted on 06 Nov, 2015 01:09 PM
पंचायत समिति, देवली (जिला टोंक) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा टोंक जिले में 745 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 626 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति सिरोही की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:45 PM
पंचायत समिति, सिरोही (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति शिवगंज की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:43 PM
पंचायत समिति, शिवगंज (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति रेवदर की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:41 PM
पंचायत समिति, रेवदर (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति पिण्डवाड़ा की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:40 PM
पंचायत समिति, पिण्डवाड़ा (जिला सिरोही) संवेदनशील श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति आबू रोड की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 03:37 PM
पंचायत समिति, आबू रोड (जिला सिरोही) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

सिरोही जिला मुख्यतः चट्टानी क्षेत्र है एवं भूजल उपलब्धता पूर्णतया वर्षा पर निर्भर करती है। भूजल पुनर्भरण से अधिक मात्रा में दोहन होने के कारण सिरोही जिला अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत है।
पंचायत समिति सांकड़ा की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:49 AM
पंचायत समिति, सांकड़ा (जिला जैसलमेर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जैसलमेर जिले में 18855 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 14559 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
पंचायत समिति जैसलमेर की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:46 AM
पंचायत समिति, जैसलमेर (जिला जैसलमेर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जैसलमेर जिले में 18855 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 14559 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
पंचायत समिति सम की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:42 AM
पंचायत समिति, सम (जिला जैसलमेर) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा जैसलमेर जिले में 18855 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 14559 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की निरन्तर कमी हो रही है।
पंचायत समिति शाहपुरा (जिला जयपुर) की भूजल स्थिति
Posted on 05 Nov, 2015 11:36 AM
पंचायत समिति, शाहपुरा (जिला जयपुर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2004 में भूजल की मात्रा जयपुर जिले में 8890 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 5586 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
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