Policy matters this week: One-third of the Western Ghats declared eco-sensitive zone, Narmada canals' water to go to industry and the government to construct godowns for food grains under MNREGA.
Posted on 15 Oct, 2017 03:47 PM इटावा/भारत में रेत का अवध खनन सदाबहार समस्या है। मानसून से पहले यह चरम पर रहता है क्योंकि बरसात के दौरान रेत का खनन बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिये मानसून से पहले ही खनन मालिक या जमाकर्ता साम, दाम, दण्ड, भेद से ज्यादा-से-ज्यादा रेत निकालने का प्रयास करते हैं। ऐसा इस साल भी हुआ है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इसमें इजाफा ही हुआ है। मई में पंजाब नव निर्वाचित कांग्रेस सरकार उस वक्त मुश्किलो