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भारत में जल सुरक्षा की जरूरतें
Posted on 21 Nov, 2014 12:33 PM भारत में जल सुरक्षा की चुनौतियों को सामने रखें, तो कई बिंदु जरूरत बनकर सामने उभरते हैं। भारत में इनके बगैर जल सुरक्षा का प्रश्न हल होता दिखाई नहीं देता। जरूरी है कि हम इन जरूरतों को जरूरी मानकर व्यवहार में लाने की प्रक्रिया शुरू करें:
Water
सुंदरता के नाम पर कुर्बान पानी सहेजने की योजना
Posted on 20 Nov, 2014 12:01 PM

मेट्रो ट्रैक के नीचे वर्षा जल पुनर्भरण संरचनाएं कुछ स्थानों तक सिमटी


मेट्रो ट्रैक पर जमा होने वाले बरसात के पानी को जमीन से पहुंचाने की योजना को जेडीए सौंदर्य के नाम पर दफन करने जा रहा है। जिस स्थानों पर बरसात के पानी को जमीन में पहुंचाने के करीब 210 ढांचे बनाए जाने है, वहां जेडीए पेड़-पौधे लगा रहा है।
जल-संरक्षण और पर्यावरण
Posted on 16 Nov, 2014 11:39 AM

आज कृषि और उद्योग क्षेत्रों में जल की बढ़ती हुई मांग के कारण कई राष्ट्रों में जल का भीषण संकट उ

जल स्वराज : मुमकिन है
Posted on 15 Nov, 2014 01:12 PM
पानी के प्रबंध की फिलासफी का अंतिम लक्ष्य जल स्वराज है। जलस्वराज, हकीकत में पानी के प्रबंध की वह आदर्श व्यवस्था है जिसमें हर बसाहट, हर खेत-खलिहान तथा हर जगह जीवन को आधार प्रदान करती पानी की इष्टतम उपलब्धता सुनिश्चित होती है।

जल स्वराज, हकीकत में पानी का ऐसा सुशासन है जो जीवधारियों की इष्टतम आवश्यकता के साथ-साथ पानी चाहने वाले प्राकृतिक घटकों की पर्यावरणी जरूरतों को बिना व्यवधान, पूरा करता है।

वह, जीवधारियों को जल जनित कष्टों से मुक्त करता है। उन्हें आरोग्य प्रदान करता है। स्वचालित एवं स्वनियंत्रित प्राकृतिक व्यवस्था की मदद से पानी को खराब होने से बचाता है। खारे पानी को शुद्ध करने के लिए वाष्पीकरण को मदद करता है।
Talab
चुनाव से पहले दिल्ली की जल कुंडली भी बांच लो
Posted on 08 Nov, 2014 01:48 PM

दिल्ली की पिछली 49 दिन वाली सरकार उम्मीदों के जिस रथ पर सवार होकर आई थी उसमें सबसे ज्यादा प्यासा अश्व ‘‘जल’’ का ही है- हर घर को हर दिन सात सौ लीटर पानी, वह भी मुफ्त। उसकी घोषणा भी हो गई थी लेकिन उसकी हकीकत क्या रही? कहने की जरूरत नहीं है। दिल्ली एक बार फिर चुनाव के लिए तैयार है और जाहिर है कि सभी राजनीतिक दल बिजली, पानी के वायदे हवा में उछालेंगे। जरा उन उम्मीदों पर एतबार करने से पहले यह भी जानना जरूरी है कि इस महानगर में पानी की उपलब्धता क्या सभी के कंठ तर करने में सक्षम है भी कि नहीं।

दिल्ली में तेजी से बढ़ती आबदी और यहां विकास की जरूरतों, महानगर में अपने पानी की अनुपलब्धता को देखें तो साफ हो जाता है कि पानी के मुफ्त वितरण का यह तरीका ना तो व्यावहारिक है, ना ही नीतिगत सही और ना ही नैतिक। यह विडंबना ही है कि अब हर राज्य सरकार सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए कुछ-ना-कुछ मुफ्त बांटने के शिगूफे छोड़ती है जबकि बिजली-पानी को बांटने या इसके कर्ज माफ करने के प्रयोग अभी तक सभी राज्यों में असफल ही रहे हैं।

<i>दिल्ली जलबोर्ड</i>
तालाब पुनरोद्धार अभियान का रोडमैप
Posted on 06 Nov, 2014 03:33 PM


इन दिनों पूरे देश में नदियों और तालाबों के पुनरोद्धार की चर्चा है। चर्चा के असर से उनके पुनरोद्धार के अभियान शुरू हो रहे हैं। वे, धीरे धीरे देश के सभी इलाकों में पहुंच रहे हैं। अभियानों के विस्तार के साथ-साथ, आने वाले दिनों में इस काम से राज्य सरकारें, जन प्रतिनिधि, नगरीय निकाय, सरकारी विभाग, अकादमिक संस्थान, कारपोरेट हाउस, स्वयं सेवी संस्थाएं, कंपनियां, ठेकेदार एवं नागरिक जुड़ेंगे। सुझावों, परिस्थितियों तथा विचारधाराओं की विविधता के कारण, देश को, तालाबों पुनरोद्धार के अनेक मॉडल देखने को मिलेंगे। यह विविधता लाजिमी भी है।

कुछ मॉडल अधूरी सोच और सीमित लक्ष्य पर आधारित होंगे तो कुछ तालाब की अस्मिता की समग्र बहाली को अभियान का अंग बनाएंगे। इसी कारण कुछ मॉडल तात्कालिक तो कुछ दीर्घकालिक लाभ देने वाले होंगे। अभियान में कहीं-कहीं समाज भागीदारी करेगा तो कहीं-कहीं वह केवल मूक दर्शक की भूमिका निबाहेगा।

Talab
सांसद ने किया कैंसर पीड़ित गांवों का दौरा
Posted on 06 Nov, 2014 09:52 AM ग्रेटर नोएडा। दादरी एरिया के विभिन्न गांवों में दूषित पानी पीने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी फैलने का मामला दिन-पर-दिन तूल पकड़ता जा रहा है। मामले पर गंभीरता जताते हुए बुधवार को क्षेत्र के सांसद ने भी गांवों का दौरा कर कैंसर पीड़ितों से मुलाकात की।
बूंद-बूंद पानी
Posted on 30 Oct, 2014 09:48 AM
हाल ही के दिनों में जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा है कि देश के दो तिहाई से अधिक भूजल भंडार खाली होने की कगार पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकसभा चुनाव से पूर्व जिस तरह गंगा को प्रदूषण मुक्त कराने की चिंता जताई थी, अब वह भी नहीं दिख रही है।
पानी
देनवा नदी के किनारे
Posted on 21 Oct, 2014 03:28 PM

होशंगाबाद जिले में दक्षिण में पूर्व से पश्चिम तक सतपुड़ा की लम्बवत की खूबसूरत पहाड़ियां हैं। दे

Denwa river
सृष्टि की अनमोल देन : जल
Posted on 20 Oct, 2014 10:51 AM

जल मानव सहित सभी जीवधारियों के लिए प्रकृति का एक अनुपम उपहार है, जिसका कोई विकल्प नहीं है। जीवधारियों एवं वनस्पतियों को जीवित रखने तथा उनका विकास करने में जल की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। एक तरह से कहा जाए तो जल ही जीवन है। उपग्रहों द्वारा लिए गए नीले-हरे छायाचित्रों से ज्ञात हुआ है कि पृथ्वी पर जल की पर्याप्त मात्रा है।

अनुमान है कि पृथ्वी पर 1.4 बिलियन घन मीटर जल उपलब्ध है, लेकिन इस जलराशि का केवल तीन प्रतिशत जल ही मानव-जाति की मूल आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु आवश्यक है। वास्तव में पृथ्वी पर पाए जाने वाले ताजे जल का तीन – चौथाई भाग आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों की हिमानियों में निक्षेपित है। विश्व में कुल ताजे जल संसाधन के केवल 0.36 प्रतिशत तक ही मानव की पहुंच है।

<i>ईरी झील</i>
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