समाचार और आलेख

Term Path Alias

/sub-categories/news-and-articles

पुराने वाहनों पर एनजीटी ले सकता है कड़ा फैसला
Posted on 11 Jul, 2016 04:51 PM
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर चिन्ता जताते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल के प्रधान खण्डपीठ ने डीजल व पेट्रोल से चलने वाले पुराने वाहनों को लेकर सख्त आदेश जारी करने का संकेत दिया है।
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (National Rural Drinking Water Programme)
Posted on 10 Jul, 2016 11:58 AM
देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को साफ पानी मुहैया करवाने के लिये पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने वर्ष 2013 में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल प्रोग्राम शुरू किया था। इस प्रोग्राम का लक्ष्य था ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये एक अभियान शुरू करना। इस प्रोग्राम में यह तय किया गया कि वर्ष 2017 तक देश की ग्रामीण आबादी के 50 प्रतिशत हिस्से तक पाइप से पेयजल मुहैया
पानी के लिये बढ़ते टकराव - अात्मनिर्भर व्यवस्था के विकल्प
Posted on 08 Jul, 2016 04:54 PM
पानी की बढ़ती कमी को ध्यान में रखते हुए पानी के प्रदूषण पर प्र
पानी दूर हुआ या हम
Posted on 07 Jul, 2016 04:25 PM


ग्लेशियर पिघले। नदियाँ सिकुड़ी। आब के कटोरे सूखे। भूजल स्तर तल, वितल, सुतल से नीचे गिरकर पाताल तक पहुँच गया। मानसून बरसेगा ही बरसेगा; अब यह गारंटी भी मौसम के हाथ से निकल गई है।

इस बार अधिक वर्षा की सम्भावना बताई गई है; बावजूद इसके हमारे कई इलाके मानसून की पारम्परिक तिथि निकल जाने के बाद भी सूने पड़े आकाश की ओर निहार रहे हैं। हम क्या करें? वैश्विक तापमान वृद्धि को कोसें या सोचें कि दोष हमारे स्थानीय विचार-व्यवहार का भी है ? दृष्टि साफ करने के लिये यह पड़ताल भी जरूरी है कि पानी, हमसे दूर हुआ या फिर पानी से दूरी बनाने के हम खुद दोषी हैं?

बिन पानी फिल्में सून
Posted on 04 Jul, 2016 04:34 PM
आखिरकार फिल्मों में भी तो जीवन ही प्रतिबिम्बित होता है। जीवन में जब पानी का संकट है, तो फिल्में उससे कैसे बच सकती हैं? हिन्दी फिल्मों में पानी पर बेहद खूबसूरत दृश्य फिल्माए गए हैं, साथ ही पानी के संकट पर चिन्ता भी मुखर हुई है।
दवा भी है पानी
Posted on 04 Jul, 2016 03:31 PM
पानी सिर्फ पानी नहीं है। वह एक औषधि भी है। इसीलिये उसे अमृत कहा जाता है। प्राकृतिक जल-चिकित्सा पानी के इसी गुण पर आधारित है। इसमें पानी का इस्तेमाल कैसे किया जाये इस पर जोर दिया जाता है ताकि वह औषधीय रूप में रोगों से हमारी रक्षा करे। पानी का ठीक से उपयोग इसी विचार का हिस्सा है।

.हवा के बाद पानी का हमारे जीवन में दूसरा महत्त्वपूर्ण स्थान है। बिना हवा और पानी के हम जीवित नहीं रह सकते हैं। हमारे शरीर में भी पानी की मात्रा लगभग 70 प्रतिशत है। हमारा शरीर और यह ब्रम्हांड पंचमहाभूतों अर्थात पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश से बना है अर्थात हमारे जीवन में जल का महत्त्वपूर्ण स्थान माना जाता है।

सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक हम अनेकानेक रूपों में जल का प्रयोग करते हैं, चाहे वह बाहरी रूप से हो या आन्तरिक रूप से। दैनिक स्नान से लेकर पानी पीने तक हम हमेशा जल के सम्पर्क में रहते हैं, पर क्या कभी आपने सोचा है कि यही जल हमारे लिये ‘संजीवनी’ का काम कर सकता है? हमारे रोगों के निवारण में हमारी मदद कर सकता है और इतना ही नहीं कई रोगों से हमारा बचाव भी कर सकता है।
×