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कैलास मानस यात्रापथ के झरोखे से
Posted on 09 Feb, 2019 11:12 AM
इतिहास वैदिक भाषा का शब्द है। इति का अर्थ है-सम्पूर्ण विकास के बाद समाप्त और हास का अर्थ है-मनोरंजन। आधुनिक युग में अंग्रेजी के हिस्ट्री शब्द का इसे पर्याय मान लिया गया है। जिसका अर्थ है-अतीत का सम्पूर्ण सच्चा लेखा। जहाँ तक इतिहास का सम्बन्ध है, उसमें लुप्त और प्रकट होने की प्रक्रिया तीव्र होती है। अतः हिस्ट्री की तरह वह अतीत का सच्चा और सम्पूर्ण लेखा नहीं हो सकता। हिस्ट्री के लिये प्रमाण की नितान
गंगोलीहाट के जांधवी नौले में उत्कीर्ण शिलालेख
असुर और लौह तकनीक परम्परा - काली कुमाऊँ के विशेष सन्दर्भ में
Posted on 04 Feb, 2019 05:25 PM
काली कुमाऊँ उत्तराखण्ड के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है तथा मोटे तौर पर उत्तर में सरयू, दक्षिण में लधिया तथा पूर्व में काली नदियों से घिरा हुआ है। इस क्षेत्र की पहाड़ियाँ बाँज, बुराँस, चीड़ और देवदार के वनों से ढकी हैं तथा यहाँ चम्पावत, लोहाघाट जैसे उपजाऊ क्षेत्र भी हैं। काली कुमाऊँ अनेक कारणों से प्रसिद्ध है: चन्द राजाओं ने अपनी पहली राजधानी चम्पावत में बनाई, देवीधुरा में आषाढ़ी कौतिक में वाराही क
बाणासुर किले का रेखाचित्र
आर्थिक सम्भावनाओं का द्वार खोलती गौशाला
Posted on 01 Feb, 2019 01:26 PM मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में हर पंचायत में गौशाला खोलने का प्रशासनिक निर्णय लिया है। इस निर्णय के कारण प्रदेश में 22824 गौशालाएँ खुलेंगी। प्रदेश का हर ग्राम इसके फायदों के दायरे में आएगा। लगता है नई सरकार का यह कदम कुछ नई सम्भावनाओं का द्वार खोल सकता है। आवश्यकता सही रोडमैप बनाने और उस पर अमल करने की होगी।
गौशाला
सड़कों पर कूड़ा बीनने वाले नौनिहालों का भविष्य संवारेगा नगर निगम
Posted on 01 Feb, 2019 01:16 PM

कचरा (फोटो साभार: इण्डियन एक्सप्रेस) देहरादून: नगर निगम ने गली-मोहल्लों और सड़कों पर कूड़ा बीनने वाले बच्चों का भविष्य संवारने के लिये एक अनूठी पहल की है। इन बच्चों को एजुकेशन से जोड़ने के साथ ही स्वास्थ्य कार्ड, बीमा पॉलिसी की जाएगी, साथ ही इनके परिवार के सदस्यों को स्वरोजगार के लिये प्रेरित किया जा

कचरा (फोटो साभार: इण्डियन एक्सप्रेस)
आर्द्रभूमियों का विनाश है खतरनाक
Posted on 01 Feb, 2019 11:30 AM

भारत में आर्द्रभूमियों की उपलब्धता को नजरअन्दाज नहीं किया जा सकता। ये पारिस्थितिकीय दृष्टि से अत्यन्त ही महत्त्वपूर्ण और यहाँ की भौगोलिक संरचना के अभिन्न अंग हैं। वर्ष 2011 के नेशनल वेटलैंड एटलस के अनुसार भारत का 4.63 प्रतिशत हिस्सा आर्द्रभूमि के अन्तर्गत आता है, वहीं देश में उपलब्ध कुल शुद्ध जल का 5 प्रतिशत इन्हीं क्षेत्रों में संरक्षित है। इसीलिये यह आवश्यक हो जाता है कि हम इनको संरक्षित करन

वेटलैंड्स इंटरनेशनल लोगो
शहद-नींबू पानी के सहारे 100 दिन गुजारे
Posted on 31 Jan, 2019 12:20 PM
कुम्भ नगर (प्रयागराज): कथा है कि कभी गंगा को धरती पर लाने के लिये भगीरथ अन्न जल, त्यागकर एक पैर पर तपस्या के लिये खड़े रहे थे। ऐसा ही एक प्रण 26 वर्षीय ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने लिया है। गंगा को बाँधों और अवैध खनन से मुक्ति दिलाने के लिये बीते 100 दिनों से सिर्फ शहद, नींबू, नमक पानी के सहारे समय काट रहे हैं।
स्वामी आत्मबोधानंद
जल प्रबन्धन की एक अनूठी पहल
Posted on 29 Jan, 2019 08:27 AM

स्थायी और विवेकपूर्ण जल उपयोग के लिये समुदाय को इस सिद्धान्त को समझना और स्वीकार करना बहुत महत्त्वपूर्ण है। पानी

खेत तालाब
तालाब बना डॉक्टर
Posted on 22 Jan, 2019 03:37 PM

मध्य प्रदेश में एक तालाब को लोक अंचल में डॉक्टर की तरह का मान मिला हुआ है। लोग अपनी बीमारी का इलाज कराने यहाँ पहुँचते हैं। इस पर उनकी खासा विश्वास है और कई लोगों की बीमारियाँ ठीक होने का दावा भी किया जाता है।

चौंसठ योगिनी मन्दिर तालाब
हर हर गंगे
Posted on 21 Jan, 2019 04:14 PM

गंगा है तो भारत है, भारत है तो गंगा। इस रिश्ते को विश्व ने भी माना है। गोमुख से गंगासागर तक गंगा नदी भारत को उसकी पहचान की कई अनूठी विरासतें देते बहती है। गंगा महोत्सव 2019 (21 जनवरी-23 जनवरी) के मौके पर आइए देखें गंगा के कुछ पड़ावों को पर्यावरणिद अनिल जोशी की नजर से

कर दो कन्यादान हिमालय,
बिटिया अब ससुराल चली

गंगा नदी
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