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समाचार और आलेख
आंध्र प्रदेश जेजेएम: आंगनवाड़ी बच्चों के लिए जीवन बदलने वाला मिशन
Posted on 06 Feb, 2024 12:34 PMकई लोगों का मानना है कि घरों में नल कनेक्शन प्रदान करने से महिलाओं द्वारा किए जाने वाला कठिन परिश्रम समाप्त हो जाएगा क्योंकि उन्हें अपने घरों के अंदर आराम से पानी मिलेगा, फिर एक महिला द्वारा किए गए दैनिक कार्यों को देखने की आवश्यकता है। महिला न केवल परिवार के बड़ों बल्कि बच्चों और जानवरों की भी देखभाल करती हैं, जिससे अनेकों बार परिवार की आय में राजस्व बढ़ता है। एक ग्रामीण महिला के जीवन में कोई
![आंगनवाड़ी बच्चों के लिए जीवन बदलने वाला मिशन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/School%20jjm.jpeg?itok=mPN1rW7N)
पीने योग्य पेयजल के लिए अभिनव समाधान
Posted on 06 Feb, 2024 12:00 PMभारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जो वैश्विक आबादी का लगभग 16% है। चूंकि आधी से अधिक भारतीय आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है, अतः सुरक्षित पेयजल की बुनियादी आवश्यकता सहित बुनियादी आवश्यकताओं की पहुंच, उपलब्धता और सामर्थ्य की आवश्यकता को महत्व दिया जाता है।
![पीने योग्य पेयजल के लिए अभिनव समाधान](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/Water%20portable.jpeg?itok=tE5ZPrXG)
अभिनव तकनीक का उपयोग करते हुए सौर ऊर्जा आधारित जल आपूर्ति
Posted on 05 Feb, 2024 02:56 PMआज भारत में 54% से अधिक ग्रामीण परिवारों को पारिवारिक नल कनेक्शन के माध्यम से पीने योग्य पानी मिल रहा है, जो जल जीवन मिशन की शुरुआत के समय केवल 17% था। विभिन्न भौगोलिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नल से जल उपलब्ध कराने के लिए, राज्य और संघ राज्य क्षेत्र कई अभिनव समाधानों का उपयोग कर रहे हैं। हाल ही में, जल और स्वच्छता प्रबंधन संगठन (वासमो), गुजरात के इंजीनियरों ने नर्मदा जिले के साडा गांव के लि
![अभिनव तकनीक का उपयोग करते हुए सौर ऊर्जा आधारित जल आपूर्ति](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/solar%20energy.jpeg?itok=cnHXDBpi)
जीईएम पर जल आपूर्ति प्रणालियों की स्मार्ट माप और निगरानी के लिए मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर (एमएसआई)
Posted on 05 Feb, 2024 02:03 PMजल जीवन मिशन (जेजेएम) 2024 तक भारत के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नियमित और दीर्घकालिक आधार पर निर्धारित गुणवत्ता (बीआईएस 10500: 2012) के 55 एलपीसीडी (प्रति व्यक्ति प्रति दिन) वाले पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में अग्रसर है। चूंकि सभी ग्रामीण परिवारों में पाइप से जलापूर्ति कनेक्शन सुनिश्चित करने के मिशन लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में बुनियादी ढांचा निर्माण तेजी से प्रगति कर रहा है,
![जीईएम पर जल आपूर्ति प्रणालियों की स्मार्ट माप और निगरानी के लिए मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/Jal%20sanrkshn%20kya%20hai%20.jpeg?itok=ECP-bvCu)
स्वच्छ जल से सुरक्षा अभियान
Posted on 05 Feb, 2024 12:37 PMअच्छा जन-स्वास्थ्य और सामाजिक आर्थिक विकास, स्वच्छ पेयजल और बेहतर स्वच्छता सेवाओं के पहुंच पर निर्भर करता है। स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता के महत्व को संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी 6) में भी शामिल किया गया है, जिसमें सुरक्षित पेयजल के लिए विशिष्ट लक्ष्य और मानक हैं। कई वर्षों से, नियमित जलापूर्ति करते समय पेयजल गुणवत्ता के मुद्दे.
![स्वच्छ पेयजल,बेहतर स्वास्थ्य](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/OIG4%20%281%29.jpeg?itok=KAq434Ub)
आंध्र प्रदेश : आंगनबाड़ी के बच्चों ने नल जल के साथ मनाया रक्षा बंधन
Posted on 02 Feb, 2024 03:51 PMजलजीवन मिशन
भारत में त्योहारों का लोगों के जीवन में बहुत महत्व है। त्यौहार हमारी मान्यताओं, धर्म और संस्कृति को दर्शाते हैं। ऐसा ही एक त्योहार है रक्षा बंधन। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर 'राखी' का पवित्र धागा बांधती हैं, जिससे उन्हें उनकी जिम्मेदारी की याद आती है, और बदले में भाई अपनी बहनों को सभी बुराइयों से बचाने का संकल्प लेते हैं। यह त्योहार भाइयों में अपनी
![बच्चों ने नल जल के साथ मनाया रक्षा बंधन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/OIG2.kITrB_.jpeg?itok=pZC8imKV)
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बना पहला स्वच्छ सुजल प्रदेश
Posted on 02 Feb, 2024 03:14 PMजलजीवन मिशन
अंडमान और निकोबार (एएंडएन) द्वीप समूह 17 सितंबर 2022 को पहला "स्वच्छ सुजल प्रदेश" बन गया, जिसका अर्थ है कि द्वीपों के सभी गांवों को 'हर घर जल' के रूप में प्रमाणित किया गया है और साथ ही खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) प्लस के रूप में सत्यापित किया गया है। जल शक्ति मंत्री (एमओजेएस) श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सचिव, डीडीडब्ल्यूएस, श्रीमती विनी महाजन के साथ
![ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ नल जल](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-02/OIG3.ANgnRN5AcV.P.jpeg?itok=wlUybrJ5)
नर्मदा परिक्रमाः जागतिक प्राकृतिक संकट का हल | Narmada Parikrama solution to global natural crisis
Posted on 25 Jan, 2024 03:32 PMविश्व में मां नर्मदा ही एक ऐसी नदी है, जिसकी परिक्रमा की जाती है। यह परिक्रमा कब से की जा रही है इसके स्पष्ट साक्ष्य तो नहीं, लेकिन सदियों से समाज अपने बुजुर्गों से इस परंपरा का अनुगमन कर रहा है, और विभिन्न अर्थों में यह परिक्रमा अध्यात्म, पीढ़ीगत मूल्य , सृष्टि के रहस्य और प्रकृति तथा जल के महत्व को अपने में समेटे हुए है।
![नर्मदा परिक्रमा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Narrmadariver%20%20.jpeg?itok=WxWr4Ci-)
जैविक खेती और भारतीय किसान
Posted on 25 Jan, 2024 11:53 AMउन्नीसवीं सदी में औद्योगिक क्रांति के साथ खेती में रसायनों का प्रयोग और नतीजे में अधिक लागत से अधिक उत्पादन का चलन शुरु हुआ था। इस कथित कृषि-विकास के परिणामों पर बीसवीं सदी की शुरुआत में कृषि- वैज्ञानिक अलबर्ट हावर्ड ने सवाल उठाए थे।
![जैविक खेती और भारतीय किसान](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Krishi-1_0.jpeg?itok=uOnE7ZZg)
चीतों के शिकार नहीं कर पाने से बढ़ी चिंता
Posted on 24 Jan, 2024 04:08 PMकूनो नेशनल पार्क के बाड़े से खुले जंगल में छोड़े गए दो नर चीतों अग्नि और वायु के शिकार न करने से पार्क प्रबंधन ने चिंता जताई है। इधर विशेषज्ञ यह आशंका जता रहे हैं कि लंबे समय तक बाड़ों में कैद रखने और भोजन उपलब्ध कराए जाने से चीतों में आलस्य की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो उनके सेहत के लिए ठीक नहीं कही जा सकती। बता दें कि बरसात के दिनों में चीतों की ताबड़तोड़ मौत की घटनाओं के बाद खुले जंगल से
![चीतों के शिकार नहीं कर पाने से बढ़ी चिंता](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Cheetah.jpeg?itok=vJj1QyF-)